डकैतों ने बना रखे हैं गांवों में एजेंट इलाके में अवैध खनन का कारोबार जोरों पर है व अवैध 40 खानें है। इनसे माइनिंग की जाती है। आए दिन ऐसे झगड़े होते रहते है तथा अपराधी खनन माफियाओं से वसूली करते है। वसूली के लिए अपराधियों ने ग्रामीणों को एजेंट भी बना रखा है। घटना के बाद गढीबाजना पुलिस संबन्धित जानकारी देने की कन्नी काटती रही है। चूंकि पुलिस के नाक के नीचे इतना बड़ा मामला होना भी बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। इससे पूर्व भी रुदावल थाना क्षेत्र में गत दिनों बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया था लेकिन पुलिस को वारदात के बाद कोई सफलता नहीं मिल सकी है। इतना ही नहीं यह भी सामने आया है कि वारदात के काफी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी।
इधर, अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई को नहीं मिला जाब्ता इधर, पहाड़ी में अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई के लिए गठित कमेटी को जाब्ता तक नहीं मिल रहा है। जबकि जिला कलक्टर ने कमेटी गठन की तारीख से 15 दिन के अंदर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी हुई है। जानकारी के अनुसार जिला कलक्टर ने तीन फरवरी को आदेश निकाला था। इसमें कहा था कि तहसील पहाड़ी, कामां एवं नगर में खनिज से भरे हुए ओवरलोड परिवहन को रोकने एवं अवैध खनन निर्गमन की प्रभावी रोकथाम के लिए 15 दिन के लिए सूचीबद्ध अधिकारी-कर्मचारियों का मुख्यालय पहाड़ी कर संयुक्त कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी में खनि अभियंता तेजपाल गुप्ता, सहायक खनि अभियंता मुकेशचंद मंगल, सहायक खनि अभियंता सतर्कता मनोज कुमार मीना, अधीक्षक खनि अभियंता मुनीष शर्मा, खनि कार्यदेशक श्रेणी द्वितीय रजनीश मीना, खनि कार्यदेशक भीमसिंह को शामिल किया। इसमें प्रभावी कार्रवाई कर 15 दिन के बाद प्रत्येक सप्ताह उक्त कमेटी साप्ताहिक रूप से औचक निरीक्षण कर कार्रवाई से अवगत कराएगी। एसएमई तेजपाल गुप्ता ने बताया कि पूर्व में पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखा गया था, उस समय उन्होंने कहा था कि चुनाव के कारण अभी समय लगेगा। अब दुबारा से पत्र लिख दिया गया है। बाकी कुछ कार्रवाई कर करीब 55 लाख रुपए जुर्माना वसूला गया है। अगर जाब्ता मिल जाता है तो बड़ी कार्रवाई की जाएगी।