भरतपुर

पेयजल प्रोजेक्ट में देरी पर मंत्री हुए नाराज, काम में तेजी लाने के दिए आदेश

-राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने ली बैठक

भरतपुरSep 17, 2020 / 09:49 am

Meghshyam Parashar

पेयजल प्रोजेक्ट में देरी पर मंत्री हुए नाराज, काम में तेजी लाने के दिए आदेश

भरतपुर. तकनीकी शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री ने भरतपुर क्षेत्र के प्रत्येक गांव एवं शहरी क्षेत्र के प्रत्येक घर में पेयजल पहुंचाने के संकल्प को व्यक्त करते हुए अधिकारियों को इसके लिए त्वरित प्रभाव से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने भरतपुर में जल जीवन मिशन योजना, चंबल परियोजना जैसी योजनाओं की प्रगति पर असंतोष जताते हुए कहा कि भरतपुर क्षेत्र में घर-घर तक पेयजल पहुंचाने की योजनाओं को दिसम्बर तक पूर्ण किया जाए।
तकनीकी शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री ने बुधवार को जयपुर सचिवालय स्थित मंत्रालयिक भवन में चम्बल धौलपुर भरतपुर परियोजना के के तहत विधानसभा क्षेत्र भरतपुर तीन पैकेजो के तहत चम्बल के स्वच्छ पेयजल योजनाओं की समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुए अधिकारियों तथा परियोजनाओं पर कार्य कर रही कंपनियों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे भरतपुर क्षेत्र में पेयजल योजनाओं को दिसम्बर तक पूर्ण कर क्षेत्रवासियों को लाभान्वित करें। डॉ. गर्ग ने भरतपुर क्षेत्र के 97 गांव की पेयजल योजना का कार्य कर रही मैसर्स एसपीएमएल इन्फा. लि. दिल्ली के अधिकारियों को परियोजना की प्रगति पर असंतोष जताया। उन्होंने कहा कि इस कार्य का कार्यादेश 29.01.2016 को जारी किया गया एवं यह कार्य आदेशानुसार तारीख 07.02.2018 को पूर्ण किया जाना था। कार्य में प्रगति लाने के लिए फर्म के निवेदन पर कार्य मैसर्स श्रीहरि इन्फा लि. को तारीख 19.04.2018 को सबलेट करने की स्वीकृति दी गई। किन्तु फिर भी परियोजना की प्रगति 82 प्रतिशत ही है। मंत्री ने 226 गांव की क्षेत्रीय पेयजल योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि यह कार्य मैसर्स प्रतिभा इन्फ्रा. लि0 मुम्बई को आवंटित है। इस कार्य का कार्यादेश तारीख 23.09.2013 को जारी किया गया एवं यह कार्य दिनांक 02.04.2016 को पूर्ण किया जाना था। कार्य में प्रगति लाने के लिए फर्म के निवेदन पर कार्य मैसर्स सूर्यदीप इंजी. प्रालि को तारीख 03.10.2019 को सबलेट करने की स्वीकृति दी गई। किन्तु परियोजना की प्रगति 43 प्रतिशत ही है।
डॉ. गर्ग ने 63 गांव की क्षेत्रीय पेयजल योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि यह कार्य मैसर्स ईपीसी प्रालि चैन्नई को आवंटित है। इस कार्य का कार्यादेश दिनांक 17.07.2013 को जारी किया गया एवं यह कार्य आदेशानुसार दिनांक 26.07.2015 को पूर्ण किया जाना था। कार्य में प्रगति लाने के लिए फर्म के निवेदन पर कार्य मैसर्स बिहानी कन्स्ट्रक्शन प्रालि को दिनांक 01.05.2017 को सबलेट करने की स्वीकृति दी गई। इस परियोजना के अन्तर्गत विधानसभा क्षेत्र भरतपुर के चार गांव शामिल है जिनमें से दो गांवों में जल वितरण प्रारम्भ कर दिया गया है। शेष दो गांवों को सितम्बर, नवम्बर 2020 तक लाभान्वित किया जाना सम्भावित है। परियोजना की प्रगति 73 प्रतिशत ही है। उन्होंने सभी फर्मों की ओर से धीमी गति से कार्य करने के कारण योजना का कार्य पूर्ण होने में देरी होने पर असंतोष जताते हुए उक्त सभी कार्यो को दिसम्बर तक पूर्ण कर क्षेत्र के लोगों को लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए। बैठक में विशिष्ठ परियोजना अभियंता सीएम चौहान, मुख्य अभियंता ग्रामीण आरके मीणा आदि उपस्थित थे।

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