यह भी लगे आरोप कासौट टीम के खिलाड़ी-समर्थक एवं मैच से जुड़े अन्य लोगों ने आरोप लगाया कि खेल से जुड़े कुछ लोग भरतपुर से खेलों का खात्मा करने पर तुले हैं। इसी की नजीर कबड्डी मैच में देखने को मिली। आरोप लगाया कि एक अंक के मार्जन के बीच मैच को तीन मिनट पहले ही खत्म कर दिया, जबकि मैच के दौरान स्कोर सीट पर स्कोर नहीं लिखा गया। बाद में हंगामा होने पर इस सीट को भरा गया। समर्थकों ने सेवानिवृत खेल अधिकारी एवं कुछ शारीरिक शिक्षकों पर मैच में गड़बड़ी करने के आरोप लगाए। समर्थकों ने खुलकर सेवानिवृत खेल अधिकारी, कोच एवं शारीरिक शिक्षकों पर पक्षपात करने के आरोप लगाए। समर्थकों ने आरोप लगाया कि इन लोगों का पहले भी विवादों से नाता रहा है। पहले एक मैच में फीमेल की जगह मेल को खिला दिया था। हंगामे के बाद उसे हटाया गया था।
मंत्री बोले, लुहाच और बीटी जिम्मेदार खिलाड़ी और समर्थकों के हंगामे के बीच कार्यक्रम छोड़कर जा रहे केबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने खेल आयोजकों को माहौल खराब करने के लिए जिम्मेदार ठहराया। मंत्री सिंह ने सेवानिवृत जिला खेल अधिकारी सत्यप्रकाश लुहाच एवं राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल प्रतियोगिता के नोडल अधिकारी श्रीनिधि बीटी को खेल को बिगाडऩे के लिए जिम्मेदार ठहराया। मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य राजीव गांधी ग्रामीण ओलिंपिक खेल के जरिए लोगों के बीच खेल की भावना पैदा करना है, लेकिन यहां खेल को आयोजक ही खराब कर रहे हैं।