जानकारी के अनुसार कप्तान व बब्बन की शादी 16 फरवरी को होनी थी, लेकिन शादी के कार्ड बांटने गए चाचा किशन व दूल्हा बब्बन के गत 1 फरवरी को गायब होने के बाद से ही शादी की तैयारियों को छोड़कर तलाश में जुट गए। 16 दिन बीतने के बाद भी सुराग नहीं लगने से हताश हुए परिजन चिंताओं से ग्रस्त हैं। वहीं विधवा मां फूलवती चिंताओं से मानसिक अधिक परेशान हैं, जिससे उसके दोनों बेटे कप्तान व हरेन्द्र दिन भर दिलासा देते रहे। भाई बब्बन व चाचा किशन के गायव होने से कप्तान भी शादी से वंचित रह गया। परिवार से सभी सदस्यों के चहरों पर चिंताओं के बादल छाए है। वहीं पुलिस की ओर से भर्सक प्रयास भी विफल रहे हैं। मथुरा के उमरीरामपुर निवासी वधु पक्ष के लोगों व बिचौलिया के साथ सोमवार को गांव नगला पुरोहित में आगे सम्बन्ध स्थापित रखने को लेकर वार्ता होगीं। परिजनों ने बताया कि सोमवार को वधु पक्ष गांव मे आकर वार्ता करेगा।