यूके्रन में फंसा छात्र, खाने-पीने का संकट पहाड़ी. तहसील केे गांव बमनवाडी निवासी मुजाहिद पुत्र आस मोहम्मद यूक्रेन के सुमि प्रांत में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था। परिजन उससे लगातार बात कर उससे हाल पूछ रहे हैं और उसे धैर्य रखने के लिए कह रहे हैं। पिता आसमोहम्मद ने बताया कि उनका पुत्र वहां एक बंकर नुमा कमरे में छिपा हुआ है। उसके साथ राजस्थान के कीरब 70-80 छात्र जबकि भारतीय 200 करीब हैं। पुत्र ने बताया कि खाने-पीने का सामान केवल दो दिन के लिए बचा हुआ है। अगर यहां से जल्द नहीं निकल पाए तो संकट पैदा हो जाएगा। वहीं गाधानेर के गांव हुजार निवासी मुवीन पुत्र अलीमोहम्मद गत 28 फरवरी का गांव वापस लौट गया।
तिरंगा सीने पर लगाकर विकास पहुंचा पोलैण्ड भुसावर. उपखंड के गांव घाटरी निवासी छात्र विकास कुमार यूक्रेन से निकल कर पोलैण्ड पहुंच गया। अब उसे भारत सरकार की ओर से चलाए जा रहे ऑपरेशन गंगा के तहत भारत लाया जाएगा। उधर, छात्र के परिजन चितिंत बने हुए हैं और उसकी सकुशल घर वापसी की प्रार्थना कर रहे हैं। गांव घाटरी निवासी धन सिंह जाटव ने बताया कि उनका पुत्र विकास जाटव यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। उन्होंने बताया कि गोली लगने से एक छात्र की मौत होने से चिंता बढ़ गई है। लेकिन विकास पोलैंड एयरपोर्ट पर पहुंच गया है। अब वह भारत सरकार द्वारा चलाए गए गंगा मिशन के तहत भारत आएगा। पुत्र ने बताया कि वह यूके्रन से रवाना हुआ तो तिरंगे झण्डे को सीने पर लगाकर पोलैण्ड एयरपोर्ट पर पहुंचा। वह बस से आए जिसमें वह पूरे समय तिरंगा को सीने से लगाए हुए था, पॉलैण्ड पर पहुंचने पर उसने राहत की सांस ली।
पोलैण्ड सीमा में घुसने के लिए बॉर्डर पर पड़ाव डीग. यूक्रेन के खारकीव में फंसे गांव गदालपुर का छात्र दिगम्बर सिंह अन्य करीब 15 भारतीय छात्रों के साथ गुरुवार को सुरक्षित निकल कर पोलैंड सीमा पर रिजिसो शहर पहुंच गया। पिता किशन सिंह ने बताया कि उसने फोन पर बताया कि सभी छात्र पोलैण्ड सीमा में घुसने के लिए इंटरनेशनल बॉर्डर पर खड़े हुए हैं। भारतीय एंबेसी के अधिकारी गुरुवार सुबह एरिग्रेशन सर्टिफिकेट बनने के बाद उन्हें पोलैंड सीमा प्रवेश दिलाएंगे। शुक्रवार को उन्हें भारत भिजवाया जाएगा।
घर पहुंचने पर लोगों ने किया स्वागत रूपवास. कस्बा निवासी छात्र प्रशांत परमार सुरक्षित गुरुवार को घर पहुंच गया। यहां पहुंचने पर परिजनों ने उसका स्वागत किया। इस मौके पर एसडीएम राजीव शर्मा व राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हरिशंकर शर्मा की अध्यक्षता में रैली निकाल कर छात्र का स्वागत किया गया। इवानो फ्राकविस्ट नेशनल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे प्रशांत ने बताया कि 26 फरवरी की सुबह शहर के एयरपोर्ट पर मिसाइल अटैक होने की खबर आने पर सभी छात्र सुरक्षित ठिकानों पर छिप गए। वह यूक्रेन से करीब 12 किमी पैदल चल कर रोमानिया के बॉर्डर पर पहुंचे। यहां से मिली मदद के बाद वह भारत के लिए रवाना हो गए।
इनका कहना है -इन्दिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लौटे छात्रों का स्वागत किया। यूक्रेन से दिल्ली आए एमबीबीएस के उन विद्यार्थियों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया जो दिल्ली पहुंच गए। भरतपुर विधानसभा क्षेत्र के मुरवारा निवासी सूर्यवीर, जाटौली रथभान निवासी शुभम गौतम से दूरभाष पर बात कर कुशलक्षेम पूछी और उन्हें विश्वास दिलाया कि जल्द ही उन्हें भारत लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। राजस्थान सरकार यूक्रेन सरकार के संर्पक में है। किसी तरह की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। राजस्थान सरकार उनके साथ है और शीघ्र ही वह सकुशल अपने घर पहुंचेंगे।
डॉ. सुभाष गर्ग, राज्यमंत्री