सूचना देती तो सजग हो जाता खननमाफिया सांसद रंजीता कोली ने बताया कि अगर पुलिस व प्रशासन को निरीक्षण से पहले सूचना दी जाती तो खननमाफिया गिरोह को सतर्क कर दिया जाता। क्योंकि निरीक्षण में खसरा 162 में अवैध खनन कार्य होता मिला है। इसके बाद पुलिस व प्रशासन को डेढ़ घंटा देरी से आना खननमाफिया गिरोह के साथ मिलीभगत को स्पष्ट कर रहा है।
वाई श्रेणी सुरक्षा प्राप्त है सांसद सबसे प्रमुख बात यह सामने आई है कि सांसद रंजीता कोली पर पूर्व में दो हमले हो चुके हैं। हालांकि उनकी गुत्थी अभी तक अनसुलझी बनी हुई है। हमलों को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। उनके साथ हर समय 21 जवान रहते हैं। बताते हैं कि प्रोटोकॉल के अनुसार वाई श्रेणी के भ्रमण की सूचना प्रशासन को देनी होती है, ताकि संबंधित स्थान पर सभी इंतजाम किए जा सकें, लेकिन इस तरह की सूचना नहीं दी गई।
इनका कहना है -एसपी व पहाड़ी के एसडीएम से बात हुई है। उन्हें मौके पर भेजा गया है। अवैध खनन की जांच कराई जा रही है। एसपी ने भी पुलिस को निर्देशित कर दिया है। सांसद ने संबंधित थाने में मामला दर्ज कराया है।
आलोक रंजन
जिला कलक्टर
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