ब्रज और मेवात एक-दूसरे के पूरक- विधायक वहीं, विधायक ने कहा कि कामां कस्बा के मुख्य मार्गों पर लगने वाले स्वागत द्वारों को लेकर भाजपा व आरएसएस के लोगों द्वारा पार्षद सहित आमजन को गुमराह किया गया है। उनके द्वारा हमेशा सभी धर्मों का आदर किया जाता है और हमेशा करते रहेंगे। ब्रज को लेकर कहीं भी कोई विवाद नहीं था सिर्फ कामा क्षेत्र के सौंदर्य करण के लिए कस्बे के मुख्य मार्गों पर स्वागत द्वार लगाए जाने का प्रस्ताव था। ब्रज और मेवात एक दूसरे के पूरक हैं इन्हें अलग नहीं किया जा सकता। इस प्रस्ताव में ऐसा कुछ भी नहीं था कि कामां का नाम बदला जाएगा। कामां कामवन नगरी है। कामां क्षेत्र में भाजपा और आरएसएस के लोग भ्रांतियां फैलाने में ज्यादा माहिर हैं।
ये प्रस्ताव हुए पास बायलॉज 2020 को लागू करने का प्रस्ताव, यूनीपोल लगाने का प्रस्ताव, आवारा पशुओं की समस्याओं को दूर करने का प्रस्ताव, ऐतिहासिक डीग गेट का नए सिरे से निर्माण का प्रस्ताव, अम्बेडकर भवन बनाने का प्रस्ताव, सहायक अभियंता का पद स्वीकृत कराने का प्रस्ताव, तहसीलदार आवास निर्माण के लिए खसरा नम्बर 2745 में से भूमि आवंटन का प्रस्ताव, सीओ कार्यालय के निर्माण के लिए खसरा नम्बर 2745 में से भूमि आवंटन का प्रस्ताव, गया कुण्ड के समीप खसरा नम्बर 2745 पर आउण्ड्रीवॉल निर्माण का प्रस्ताव सहित सफाई व्यवस्था पर चर्चा कर प्रस्तावो को पारित किया गया।
पूर्व मंत्री सिंघल बोले: विरोध में कामां का बाजार बंद बृज संस्कृति के साथ छेडछाड़ के विरोध में रविवार को कामां का सम्पूर्ण बाजार सांकेतिक रूप से बंद रखा जाएगा। यह जानकारी व्यापार महासंघ के संरक्षक एवं पूर्व मंत्री मदनमोहन सिंघल ने दी। उन्होंने कहा कि यह किसी का व्यक्तिगत मामला नहीं है। कामां की बृज संस्कृति से हर शख्स जुड़ा हुआ है। प्रवेश द्वार ब्रजनगरी कामवन के नाम से बनने चाहिए।