इन कॉलेजों में ईडब्ल्यूएस की सीट निर्धारण में गड़बड़ी
जानकारी के अनुसार प्रदेश के भरतपुर मेडिकल कॉलेज समेत आरयूएचएस जयपुर, जेएमसी झालावाड़, जीएमसी भीलवाड़ा, जीएमसी चूरू, जीएमसी डूंगरपुर, जीएमसी पाली व जीएमसी बाड़मेर में ईडब्ल्यूएस की कुल 120 सीटों में से करीब आधी सीटों को पेमेंट श्रेणी में डाल दिया है। उदाहरण के तौर पर भरतपुर के मेडिकल कॉलेज में ईडब्ल्यूएस की 15 सीट हैं, जिनमें से 8 सीट गवर्नमेंट श्रेणी में व 7 सीट पेमेंट श्रेणी में शामिल की गई हैं। जबकि नियमानुसार ईडब्ल्यूएस की सभी 10 प्रतिशत सीट गवर्नमेंट श्रेणी में होनी चाहिए।
देनी पड़ रही 14 गुणा अधिक फीस
नवीन आरक्षण प्रावधान के तहत ईडब्ल्यूएस की सभी 10 प्रतिशत सीट गवर्नमेंट श्रेणी में होनी चाहिए। लेकिन बोर्डने उक्त मेडिकल कॉलेजों में ईडब्ल्यूएस की करीब आधी सीटें पेमेंट श्रेणी में शामिल कर दीं। गवर्नमेंट श्रेणी में विद्यार्थियों को सिर्फ 52,500 रुपए प्रतिवर्ष फीस देनी होती है लेकिन पेमेंट सीट की फीस साढ़े सात लाख रुपए प्रति वर्ष है। ऐसे में जो विद्यार्थीपहले से ही आर्थिक रूप से कमजोर है उस पर 14 गुणा अधिक आर्थिक भार डाल दिया गया है।
वर्जन-
ईडब्ल्यूएस की 10 प्रतिशत सीटों को 5 प्रतिशत गवर्नमेंट व 5 प्रतिशत पेमेंट सीट में रखा गया है। यह सही हैकि ईडब्ल्यूएस श्रेणी के विद्यार्थीआर्थिक रूप से कमजोर हैं लेकिन यह व्यवस्था बोर्डने की है।
– डॉ. एससी सोनी, अतिरिक्त निदेशक, चिकित्सा शिक्षा, जयपुर।