भरतपुर रेलवे स्टेशन पर बने माल गोदाम में अनेक स्थलों से ट्रेनों के माध्यम से सीमेंट आदि सामान आता है और वहां खाली होता है। बाद में उस माल को ट्रक व ट्रैक्टरों के माध्यम से बाजार में एवं अन्य स्थलों पर पहुंचाया जाता है। ट्रक एवं ट्रैक्टरों का रास्ता कच्चा होने के कारण वाहन गुजरते हैं तो धूल आदि के कण आसपास की कॉलोनियों में उड़ती है, जिसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लोगों की इस समस्या को हल करने के लिए अब जहां माल खलता है उसके पास लोहे के पतरे की सीट तैयार की जा रही है।
जमीन से छह मीटर ऊंची तैयार हो रही यह सीट करीब चार सौ मीटर लम्बी बनाई जाएगी, जिसके कारण धूल मिट्टी के कण पास की रेलवे कॉलोनी तक नहीं पहुंच सके। फिलहाल करीब दो सौ मीटर लम्बी सीट तैयार हो गई है। बाकी आगामी दिनों में तैयार हो जाएगी, जिससे धूल-मिट्टी के कण इतनी ऊंचाई को पार नहीं कर पाएंगे और कॉलोनियों की समस्या हल हो जाएगी।
जमीन से छह मीटर ऊंची तैयार हो रही यह सीट करीब चार सौ मीटर लम्बी बनाई जाएगी, जिसके कारण धूल मिट्टी के कण पास की रेलवे कॉलोनी तक नहीं पहुंच सके। फिलहाल करीब दो सौ मीटर लम्बी सीट तैयार हो गई है। बाकी आगामी दिनों में तैयार हो जाएगी, जिससे धूल-मिट्टी के कण इतनी ऊंचाई को पार नहीं कर पाएंगे और कॉलोनियों की समस्या हल हो जाएगी।