ऐसे में जयपुर के चिकित्सा विशेषज्ञ इसकी केस स्टडी करने के लिए कोरोना व शरीर की अन्य जांचों को पूना स्थित राष्ट्रीय विषाणु संस्था में भी भेजेंगे, जहां से रिपोर्ट आने पर केस की स्टडी की जाएगी। क्योंकि, बालक की रिपोर्ट पॉजिटिव है लेकिन कोरोना संक्रमण का कोई भी लक्षण नजर नहीं आ रहा। बावजूद इसके बालक 39 दिन से कोविड-19 वार्ड में भर्ती है।
बयाना क्षेत्र का यह बालक 14 अप्रेल को भर्ती हुआ था। तब से 09 मई तक जयपुर में छह सैम्पल पॉजिटिव आए। चूंकि, भरतपुर मेडिकल कॉलेज में आरटीपीसीआर मशीन लगने पर यहां 10 मई को सातवां सैम्पल नेगेटिव आया था। इसके बाद 12 मई तक 02 सैम्पल पुन जयपुर भेजे गए, जो पॉजिटिव आए। इस पर बालक को जयुपर जेके लॉन जयपुर रैफर कर दिया। वहां पर 20 मई को दसवां सैम्पल भी पॉजिटिव आया।
अब जयपुर के विशेषज्ञ एसएमएस व पूना स्थित नेशनल बायरोलॉजी लैब(राष्ट्रीय विषाणु संस्था) में ब्लड, यूरिन, मल, नोजल स्वेव, थ्रोट स्वेव की जांच होगी। वहीं इम्युनिटी पावर (रोग प्रतिरोधक क्षमता), शारीरिक तत्व, कौनस वायरस, शरीर में कोई कमी तो नहीं आदि जांच भी करवाई जाएंगी। इसके साथ वायरस में कोई परिवर्तन तो नहीं और यह क्यों नहीं खत्म हो रहा है। ये रिपोर्ट आने के बाद चिकित्सा के विभिन्न विभागों के विशेषज्ञ केस का लेखा तैयार कर नतीजे पर पहुंचेगे। केस की समरी तैयार होने के बाद दिल्ली एम्स के विशेषज्ञों से परामर्श लेंगे।
सीएमएचओ डॉ. कप्तान सिंह ने बताया कि बयाना के बालक का नौवां सैम्पल पॉजिटिव आया है। भरतपुर में एक नेगेटिव आया था। अब एसएमएस सहित पूना स्थित राष्ट्रीय में कई जांच होंगी। रिपोर्ट आने पर इस केस की स्टडी जयपुर व दिल्ली एम्स के विशेषज्ञ करेंगे। तभी नतीजे पर पहुंचा जाएगा।