क्रियान्वयन को बनाई योजना वैक्टर जनित बीमारियों से बचाव के लिए चिकित्सा विभाग की ओर से शहरी क्षेत्र में एंटी लार्वाल एवं एंटीएडल्ट गतिविधियों के क्रियान्वयन के लिए माइक्रोप्लान बनाया है, इससे शहरी क्षेत्रों में पांच-पांच व्यक्तियों की तीन मलेरिया अरबन टीमों का गठन कर एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर एएनएम, आशा की टीमों का गठन कर टेमीफोस कीटनाशक दवा से हाउस टू हाउस सर्वे एवं एमएलओ से पानी से भरे गड्ढों व डिग्गियों में एंटीलार्वा गतिविधियां की जा रही हैं, इससे मौसमी बीमारियों को देखते हुए मच्छरों की प्रजनन क्रिया को रोका जा सके।
तीन हिस्सों में बांटा शहर विभाग ने पूरे शहर को तीन हिस्सों में बांटकर टीमों को दवा डालने की जिम्मेदारी है। पहली टीम जवाहर नगर ब्लॉक ए एवं बी, जवाहर नगर हाउसिंग बोर्ड, स्वर्ण जयंती नगर, काली बगीची, गिरीश विहार, कोली मोहल्ला, बीनारायण गेट, धाऊ पायसा, बुध की हाट, अटलबंध क्षेत्र, पुराना बयाना बस स्टैण्ड, नीम दरवाजा, अनाह गेट, पुराना लक्ष्मण मंदिर, मोरीचार बाग एवं पटपरा मोहल्ला, दूसरी टीम रंजीत नगर ब्लॉक ए, बी, सी, डी एवं ई, रंजीत नगर हाउसिंग बोर्ड, मुखर्जी नगर ब्लॉक ए एवं बी, कृष्णा नगर ब्लॉक ए एवं बी, कृष्णा नगर हाउसिंग बोर्ड, संजय नगर, विकास नगर, दीनदयाल नगर, अनिरुद्ध नगर, लक्ष्मी नगर, पुलिस लाइन तथा तीसरी टीम सेढ़ का मढ़, जनाना चिकित्सालय, चर्च के आसपास, गोपालगढ़ जैन मंदिर के पास, केतन गेट, डॉ. कुसुम शर्मा हॉस्पिटल, जाटव कॉलोनी जघीना गेट, सूरजपोल गोपालगढ़, मुसलमान बस्ती, सैनी पंचायती धर्मशाला, जाटव बस्ती सूरजपोल, कोली मोहल्ला, सैनी मोहल्ला, हरिजन बस्ती गुलाल कुंड, बघेल मोहल्ला, सहयोग नगर एवं किले के अंदर गिर्राज कॉलोनी में दवा डालने का काम कर रही हैं।