जहां खुद विभाग ने माना अवैध खनन, वहां पैनल्टी लगाना ही भूले अफसर
-सर्वेयर दे चुके हैं जिम्मेदारी अधिकारी को रिपोर्ट, नौ अक्टूबर को पहाड़ी के गांव धौलेट में हुई थी अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई, पैनल्टी के नोटिस पर विभाग की कुंडली

भरतपुर. करीब दो महीने पहले पहाड़ी के गांव धौलेट में जिन लीजों पर लंबे समय से अवैध खनन मानते हुए सर्वेयरों ने खनिज विभाग के अधिकारियों को पैनल्टी लगाने की रिपोर्ट दी थी, अब रिपोर्ट मिलने के बाद भी पैनल्टी पर अधिकारी कुंडली मारकर बैठे हुए हैं। मामला यहां पर ही खत्म नहीं होता खुद जिम्मेदार अधिकारी किसी न किसी बहाने से नया सवाल खड़ कर रहे हैं। अब इस मामले को लेकर एसीबी में भी शिकायत करने की बात सामने आई है। उल्लेखनीय है कि नौ अक्टूबर को धौलेट में अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया था। खनिज विभाग पर भी आरोप लगाते हुए एक पक्ष ने खान मंत्री से शिकायत की थी, जबकि खनिज विभाग के अधिकारियों का आरोप था कि अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए यह सबकुछ किया जा रहा है। इसमें कुछ रसूखदार भी शामिल हैं। ऐसे में विभाग ने पहाड़ी थाने में दर्ज रिपोर्ट में खननमाफियाओं के नाम का उल्लेख नहीं किया था। यह मामला उस समय निदेशालय तक पहुंचा था।
जानकारी के अनुसार खनिज विभाग ने फॉरमेनों को सर्वे करने के आदेश दिए। उनकी ओर से सर्वे रिपोर्ट भी सबमिट कर दी गई। इसमें करीब 10 से 15 करोड़ रुपए के राजस्व की हानि मानते हुए जुर्माना लगाने की सिफारिश की गई थी। आश्चर्य की बात यह भी है कि यह रिपोर्ट अब तक दबाकर रखी गई है। क्योंकि शुरू से ही इस कार्रवाई को लेकर पैनल्टी लगाने को लेकर विभाग के अधिकारियों में उलझन की स्थिति बनी हुई है। इससे अधिकारियों के एक राय नहीं होने के कारण अभी तक उलझन की स्थिति बनी हुई है।
रसूख के दबाव में छिपा है बड़ा खेल
नौ अक्टूबर को पुलिस, खनिज विभाग के संयुक्त निर्देशन में हुई कार्रवाई में सामने आया था कि धौलेट के पहाड़ में करीब दो सौ मीटर की एक अवैध लीज हरियाणा के एक व्यक्ति को ठेके पर दे रखी है। इसमें कार्रवाही के दौरान पांच पोकलेन मशीन खनन करती पाई गई। इनमें से दो मशीनों को रसूख के दबाव में छोड़ दिया गया। दूसरी खान में दो मशीन अवैध खनन करती बरामद की गई। इसी तरह से नांगल के खसरा नम्बर 162 में लीजों के बीच में खाली स्थानों पर खनन करती एक पोकलेन मशीन को जप्त कर लाया गया था। इसका मुकदमा खनिज विभाग के कार्यदेशक वीरेन्द्र सिंह ने दर्ज कराया था। इसमें धौलेट के पहाड़ में पुराने अवैध खनन पिट अनियमित कर ताजा खनन होता पाया गया था। इसमें पांच मशीनों के खिलाफ खनिज विभाग के सर्वेयर मनमोहन सिंह ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अब बताते हैं कि पैनल्टी की कार्रवाई रसूख के दबाव में नहीं हो पा रही है। बताते हैं कि फॉरमेन की टीम ने अवैध खनन के खिलाफ हुई कार्रवाई के बाद सर्वे रिपोर्ट संबंधित अधिकारी को सौंप दी थी। इसमें तीन फॉरमेन ने हस्ताक्षर कर दिए थे, पैनल्टी लगाने का अधिकार भी एमई के पास सुरक्षित होता है। इसके बाद भी अभी पैनल्टी नहीं लगाना बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।
-फॉरमैनों को सर्वे के लिए कहा जा चुका है। जल्द ही पैनल्टी आदि जो भी कार्रवाई बनती है वह की जाएगी।
तेजपाल गुप्ता
एमई
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