scriptमूडिय़ा पूर्णिमा मेला: गोवर्धन में पांच दिवसीय मेले में जुटेंगे एक करोड़ श्रद्धालु | One crore devotees will gather in the five-day fair | Patrika News
भरतपुर

मूडिय़ा पूर्णिमा मेला: गोवर्धन में पांच दिवसीय मेले में जुटेंगे एक करोड़ श्रद्धालु

-गोवर्धन में दो साल बाद उमड़ेगा आस्था का सैलाब-नौ जुलाई से 13 जुलाई तक 80 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान-देश के विभिन्न राज्यों से आएंगे श्रद्धालु

भरतपुरJun 25, 2022 / 09:58 am

Meghshyam Parashar

मूडिय़ा पूर्णिमा मेला: गोवर्धन में पांच दिवसीय मेले में जुटेंगे एक करोड़ श्रद्धालु

मूडिय़ा पूर्णिमा मेला: गोवर्धन में पांच दिवसीय मेले में जुटेंगे एक करोड़ श्रद्धालु

भरतपुर/गोवर्धन. आस्था का केन्द्र गिरिराजधाम में आगामी नौ से 13 जुलाई तक मुडिय़ा पूर्णिमा मेले का आयोजन होगा। यूपी सरकार से राजकीय दर्जा प्राप्त मुडिय़ा मेले में इस बार 80 लाख अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया जा रहा है। श्रद्धालुओं की अनुमानित संख्या के आधार पर ही प्रशासन की ओर से तैयारियां की जा रही है। क्योंकि कोरोनाकाल के कारण अब दो साल बाद मेले का आयोजन किया जा रहा है। शासन के आदेश पर प्रशासन ने दोनों साल मेला को रुकवा दिया था। मुडिय़ा मेला में राजस्थान सीमा क्षेत्र में भरतपुर प्रशासन की ओर से व्यवस्थाएं की जाती हैं। बाकी उत्तरप्रदेश के इलाके में वहां का प्रशासन व्यवस्थाएं करता है। आषाढ़ मास की पूर्णिमा को लगने वाला पांच दिवसीय मुडिय़ा मेला गुरू भक्ति एवं गिरिराज महाराज की भक्ति को समर्पित है। यहां आने वाले लाखों भक्त ब्रज की रज में लेटकर दंडवत कर सात कोस की परिक्रमा लगाते हैं। गिरिराज महाराज के प्रमुख मंदिरों में दूध भोग चढ़ाया जाता है। मानसी गंगा में स्नान के लिए फव्वारों की व्यवस्था की जाती है। पांच दिन में यहां आने वाले भक्तों की संख्या 80 लाख से एक करोड़ तक पहुंच जाती है।
छह जोन में बांटा मेला स्थल

जिलाधिकारी मथुरा नवनीत सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की ओर से मेला में 1500 बसों का संचालन होगा। साथ ही राजस्थान रोडवेज की बसों का अतिरिक्त संचालन भी होगा। सीएमओ मथुरा डॉ. अजय कुमार वर्मा ने बताया कि आठ जुलाई से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के साथ 17 मेडिकल बूथ बनाए जाएंगे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि मेला क्षेत्र को छह जोन में बांटा गया है। इसमें 90 वॉच टावर, 44 पार्किंग स्थल, छह खोया पाया केन्द्र, 83 सीसीटीवी कैमरे, विभिन्न स्थानों पर अस्थाई पुलिस चौकी एवं नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि पार्किंग के लिए स्थान चयनित कर लिए गए हैं तथा शीघ्र ही कार्य प्रारम्भ हो जाएगा।
…इसलिए है गोवर्धन परिक्रमा का खास महत्व

ब्रज मंडल के गोवर्धन तीर्थ ने द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण मान बढ़ाया था। यहां पतित पावनी भगवान श्रीकृष्ण के मन से उत्पन्न मानसी गंगा है। राधाकुंड में राधा-श्याम कुंड का अनूठा संगम है। भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़े कुसुम वन सरोवर, गोविंद कुंड आदि धार्मिक स्थली हैं। गिरिराज महाराज की शिला खंडों को स्पर्श करना, शिलाओंं पर दूध और पंचामृत से अभिषेक कर सात कोस की परिक्रमा व दंडवती लगाई जाती है। यहां परिक्रमा व दंडवती में बारिश की फिसलन, तेज धूप की गर्मी भी अटूट श्रद्धा के आगे आड़े नहीं आती है।
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