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भरतपुर के मेवात क्षेत्र के लोगों में खसरा-रूबेला टीकाकरण का खौफ, टीका लगाने वाली टीम का करने लगते हैं विरोध, कारण जानकर चौंक जाएंगे…

locationभरतपुरPublished: Aug 02, 2019 09:02:36 pm

Submitted by:

shyamveer Singh

भरतपुर. People of Mewat are scared of vaccinating children चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग (medical and health department) की ओर से बच्चों के लिए चलाए जा रहे खसरा-रूबेला टीकाकरण (measles and rubella) का जिले के मेवात क्षेत्र के लोगों में खौफ है।

People of Mewat are scared of vaccinating children

भरतपुर के मेवात क्षेत्र के लोगों में खसरा-रूबेला टीकाकरण का खौफ, टीका लगाने वाली टीम का करने लगते हैं विरोध, कारण जानकर चौंक जाएंगे…

भरतपुर. People of Mewat are scared of vaccinating children चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग (medical and health department) की ओर से बच्चों के लिए चलाए जा रहे खसरा-रूबेला टीकाकरण (measles and rubella) का जिले के मेवात क्षेत्र के लोगों में खौफ है। असल में जागरूकता के अभाव के चलते मेवात क्षेत्र के लोग खसरा-रूबेला के टीके को नसबंदी का टीका समझकर बच्चों को लगवाने से कतरा रहे हैं। यही वजह है कि विभाग की टीम को मेवात क्षेत्र के कई गांवों में टीकाकरण के दौरान विरोध का सामना करना पड़ रहा है। टीकाकरण अभियान में जिले में मेवात क्षेत्र सबसे पीछे है।

कामां व नगर में 74 प्रतिशत टीकाकरण
विभाग के 31 जुलाई 2019 तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो मेवात क्षेत्र यानी नगर व कामां ब्लॉक में खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान में लोग अन्य ब्लॉकों की तुलना में कम रुचि ले रहे हैं। यही वजह है कि कामां में 74.38 प्रतिशत व नगर में 74.83 प्रतिशत बच्चों को ही टीकाकरण हो पाया है जो कि जिले में सबसे कम है।

जागरूकता के अभाव में पथराव व विरोध
मेवात क्षेत्र के लोगों में जागरूकता का अभाव है यही वजह है कि जैसे ही विभाग की टीम बच्चों को खसरा-रूबेला का टीका लगाने पहुंचती तो क्षेत्र के कई गांवों के लोग नसबंदी का टीका समझकर विरोध करने लगते हैं। मंगलवार व बुधवार को पहाड़ी, पथराली व पीलसू में लोगों ने टीम का विरोध किया और टीम पर पत्थर भी फेंके। इसी तरह शुक्रवार को पहाड़ी क्षेत्र के गांव भण्डारे में भी लोगों ने टीकाकरण का विरोध किया। बाद में बीसीएमओ ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया और बच्चों का टीककरण कराया।

शुक्रवार को 27,685 को लगा टीका
विभाग की टीम द्वारा शुक्रवार को जिलेभर में 27685 बच्चों का टीकाकरण किया गया। इसमें कामां में 6697 का लक्ष्य था जिसमें से 4867 (72.67त्न) को और नगर में 4295 में से 3310 (77.06त्न) को टीकाकरण हुआ।

बच्चों को बीमारियों से बचाएगा टीका
खसरा से देश में हर वर्ष करीब 50 हजार बच्चों की मौत हो जाती है। इस टीके के जरिए बच्चों में जन्मजात बीमारी दूर होगी। यह टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। बच्चों को टीका लगवाने से बहरापन, मोतियाबिंद व हृदय से जुड़ी बीमारियों से छुटकारा मिलेगा। बच्चों में खसरे के कारण विकलांगता और अनहोनी के खतरे से भी निजात मिलेगी।
जिले में खसरा-रूबेला टीकाकरण
ब्लॉक लक्ष्य टीकाकरण प्रतिशत
सेवर 39104 31863 81.48
कुम्हेर 38240 33937 88.74
डीग 24530 21757 88.69
कामां 45826 34088 74.38
नगर 42303 31658 74.83
नदबई 47612 43028 90.37
भुसावर 52826 46761 88.51
बयाना 40353 32831 81.35
रूपबास 51226 38479 75.11
भरतपुर शहर24524 20548 83.78
कुल 406544 322133 79.23
(विभागीय डाटा 31 जुलाई 2019 तक)

वर्जन
मेवात क्षेत्र में लोगों में जागरूकता की थोड़ी कमी के चलते कई जगह पर टीकाकरण के दौरान विरोध का सामना करना पड़ रहा है। वैसे लोगों को अभियान से पूर्व काफी जागरूक भी किया था। अभी भी क्षेत्रीय मौलवी की मदद से लोगों को समझा रहे हैं।
-डॉ. अमर सिंह, आरसीएचओ, भरतपुर।
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