अस्थाई उपलब्ध कराई थी भूमि
जानकारी के अनुसार एमएसजे कॉलेज प्रशासन ने पुलिस विभाग को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के अनुरोध पर पुलिस परेड के लिए महाविद्यालय ग्राउंड अस्थाई रूप से उपलब्ध कराया था। लेकिन वर्ष 2007 में पुलिस विभाग की ओर से इस ग्राउंड की चारदीवारी निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया, जिस पर तत्कालीन जिला कलक्टर ने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक को 13 अगस्त 2007 को पत्र भेजकर चारदीवारी निर्माण को अनाधिकृत श्रेणी में बताते हुए निर्माणकार्य रोककर भूमि महाविद्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
आयुक्तालय ने भी दिए थे निर्देश
इतना ही नहीं आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा जयपुर की ओर से भी 19 जुलाई 2007 को पत्र भेजकर महाविद्यालय भूमि पर कराए जा रहे अनाधिकृत निर्माण को रुकवाकर महाविद्यालय का ग्राउंड महाविद्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे, जिस पर अब तक अमल नहीं किया गया है।
दस एकड़ जमीन पर अतिक्रमण
एमएसजे कॉलेज की भूमि पर पुलिस परेड ग्राउंड के अलावा भी कई जगह लोगों ने अतिक्रमण कर रखे हैं। जानकारी के अनुसार एमएसजे कॉलेज की कुल 32.77 एकड़ जमीन है, जिसमें से करीब दस एकड़ जमीन अतिक्रमण की चपेट में है।
लम्बे समय से कॉलेज की भूमि पर जगह-जगह अतिक्रमण कर पक्के निर्माण कर लिए गए हैं। पुलिस परेड ग्राउंड की भूमि भी एमएसजे कॉलेज की जमीन है, जो कि अस्थाई रूप से पुलिस विभाग को दी गई थी। इस संबंध में कॉलेज प्राचार्य ओपी महावर से मिलकर मामले की जांच की मांग की गई। प्राचार्य ने समिति गठित कर मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है।
– सुरेन्द्र सांतरुक, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष, एमएसजे कॉलेज, भरतपुर।