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भरतपुर में पूर्व सैनिक की पुलिस कस्टडी में मौत का मामला अब लेने लगा राजनीतिक रंग, ये है पूरा मामला

locationभरतपुरPublished: Sep 02, 2018 02:26:29 pm

Submitted by:

Nidhi Mishra

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politics start on death of former martial in police custody bharatpur

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भरतपुर। पूर्व सैनिक की पुलिस कस्टडी में मौत का मामला अब पुलिस के लिए गले की फ़ांस बन रहा है। मामले को अब राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। घटना के विरोध में रविवार को कुम्हेर में श्रद्धांजलि सभा बुलाई गई है। सभा को देखते हुए कुम्हेर थाने पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। कहा जा रहा है कि पूर्व सैनिकों एवं कुछ तथाकथित राजनैतिक लोगों के आह्वान पर ये सभी करवाई जा रही है। कुछ राजनेता इस मुद्दे को लेेेकर राजनीति कर रहे हैं। मामले की ज्युडिशयल इन्क्वारी हो रही है। आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हो चुका है।

आपको बता दें कि कस्बे में अभी भी पुलिस बल तैनात है। लोग विरोध जता रहे हैं। लोग एक स्थान पर मृतक फौजी प्रहलाद को श्रद्धांजलि देने एकत्रित हुए हैं। मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार खींची और क्यूआरटी सहित पुलिस लाइन का अतिरिक्त जाप्ता कस्बे में तैनात किया गया है।

ये है मामला
सेवानिवृत्त फौजियों के प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने कहा कि एक फौजी की पुलिसकर्मियों ने हवालात में मारपीट की है, जिससे उसकी मौत हो गई। आरोप था कि पुलिसकर्मी पूर्व फौजी की मौत को खुदकुशी बता रहे हैं। मंडल सदस्य गत मंगलवार को इस संबंध में आईजी मालिनी अग्रवाल से मिले थे। वार्ता के दौरान एक बार तनातनी का माहौल भी हो गया, जिस पर आईजी अग्रवाल ने समझा कर शांत किया। आईजी अग्रवाल ने कहा कि मामले से जयपुर हेड क्वार्टर को अवगत करा दिया जाएगा और आप सभी स्टेट एफएसएल टीम पर भरोसा रखें, निष्पक्ष जांच होगी।
वहीं सैनिकों ने मांग की है कि एफआईआर में आरोपित पुलिसकर्मी तुरंत सस्पेंड हो और गिरफ्तार हो। प्रकरण की सीबीआई जांच हो। उक्त परिवार को मुआवजा मिले। परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी मिले। एफएसएल जांच राज्य से बाहर हो। जुडिशल इंक्वायरी में 3 जजों से जांच हुई। सैनिक की बेटी से खाली कागजों पर थाने में पुलिस ने जबरन हस्ताक्षर लिए हैं, वे लौटाए जाएं। भूतपूर्व सैनिकों ने यह भी कहा है कि सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानीं तो वे क्रमबद्ध तरीके से न्याय की लड़ाई लड़ेंगे। भूतपूर्व सैनिकों ने एक मैरिज होम में बैठक की। इसके बाद में आईजी कार्यालय एवं संभागीय आयुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इसके बाद आईजी मालिनी अग्रवाल एवं सुबीर कुमार को ज्ञापन भी दिया।
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