scriptरैगिंग: सीनियर्स के डर से भावी डॉक्टरों ने धोए बर्तन, प्राचार्य बोले बच्चों को बनाया मैस इंचार्ज | Principal said that the children were made mess incharge | Patrika News

रैगिंग: सीनियर्स के डर से भावी डॉक्टरों ने धोए बर्तन, प्राचार्य बोले बच्चों को बनाया मैस इंचार्ज

locationभरतपुरPublished: Sep 17, 2021 09:59:01 am

Submitted by:

Meghshyam Parashar

– एक सितंबर को मैस के उद्घाटन का है वीडियो, सीनियर छात्र कहते दिख रहे प्राचार्य को खाना परोसने के लिए

रैगिंग: सीनियर्स के डर से भावी डॉक्टरों ने धोए बर्तन, प्राचार्य बोले बच्चों को बनाया मैस इंचार्ज

रैगिंग: सीनियर्स के डर से भावी डॉक्टरों ने धोए बर्तन, प्राचार्य बोले बच्चों को बनाया मैस इंचार्ज

भरतपुर. एक बार फिर मेडिकल कॉलेज में सीनियर छात्रों की ओर से जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग करने का मामला सामने आया है। वायरल वीडियो में कुछ मेडिकल कॉलेज के बच्चे बर्तन साफ करते हुए दिख रहे हैं। साथ ही बच्चे बर्तनों को मैस के अंदर ले जाते हुए भी दिख रहे हैं। यह वीडियो एक सितंबर का बताया जा रहा है। एक सितंबर को मेडिकल कॉलेज में मैस का उद्घाटन किया गया था। मैस का उद्घाटन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. रजत श्रीवास्तव ने फीता काट कर किया था। वीडियो को लेकर ये भी कहा जा रहा है कि इस वीडियो में खड़ा हुआ छात्र दूसरे जूनियर बच्चों की रैगिंग कर रहा है। इसके अलावा बच्चों ने बर्तन साफ करने के साथ प्रिंसिपल को खाना भी परोस कर खिलाने की बात सामने आई है।
इस वीडियो को सामने आने के बाद जब मीडिया ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल से बात की तो उन्होंने कहा कि मैस में बनने वाले खाने को लेकर बच्चों की खाने की शिकायत रहती थी। इसके बाद अब बच्चों को मैस का इंचार्ज बना दिया गया है। जो बच्चे चाहते हैं वही खाना बनता है। इससे बच्चों की खाने की शिकायत भी नहीं रहती और जो वीडियो बर्तन साफ करने का सामने आया है। उसको लेकर प्रिंसिपल का कहना है कि बच्चे अगर खुद खाना खाकर अपने बर्तन खुद बर्तन साफ करते हैं तो इसमें बुराई क्या है। हम घर पर भी खाना खाकर खुद ही बर्तन साफ करते हैं। इसलिए अगर बच्चे भी अपने बर्तन खुद साफ कर रहे हैं तो इसमें बुराई क्या है। दूसरी ओर इस वीडियो को लेकर जूनियर बच्चों की रैगिंग की बात भी कही जा रही है।

आठ सितंबर 2019 को भी हो चुकी रैगिंग
मेडिकल कॉलेज में आठ सितंबर 2019 को भी इस तरह का मामला सामने आ चुका है। इसमें सामने आया था कि पहले बैच यानी वर्ष 2018 के स्टूडेंट्स बतौर सीनियर स्टूडेंट उस साल प्रवेश करने वाले स्टूडेंट्स की रैगिंग कर रहे थे। सीनियर्स की इन कारगुजारियों को देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने जब पूरे बैच को 30 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया था। आधी रात को सीनियर्स डीजे डांस पार्टी में तेज आवाज म्यूजिक बजा रहे थे. इससे परेशान होकर परिसर में ही रह रहे कॉलेज प्रशासन के अधिकारियों ने बिना परमिशन के ऐसा करने से रोका. तो अभद्रता कर दी थी। उस समय भी काफी हंगामा हुआ था।

इनका कहना है

-अभी तक मेरे प्रसंज्ञान में ऐसा कोई वीडियो नहीं आया है। बाकी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से इस बारे में जानकारी करता हूं। जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

हिमांशु गुप्ता
जिला कलक्टर
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