घना निदेशक डॉ.अजीत ऊचोई ने बताया कि मेवात इलाके में हुई बरसात से गोवर्धन कैनाल में पानी आया है। यह पानी दोपहर में जाटौली कैनाल के रास्ते केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में प्रवेश कर गया। पानी लगातार जारी है। उन्होंने बताया कि अभी पानी को ‘बीÓ ब्लॉक में लिया जा रहा है। इस ब्लॉक में ज्यादातर पक्षी ठहराव किए हुए हैं। इससे पहले चंबल लिफ्ट परियोजना से करीब 7 एमसीएफटी पानी घना में छोड़ा जा चुका है। यह पानी ‘डीÓ ब्लॉक में लिया गया है। गौरतलब रहे कि घना को हर साल करीब 550 एफसीएफटी पानी की आवश्यकता है। यह पानी मानसूनी बरसात और चंबल लिफ्ट व गोवर्धन कैनाल से मिलता है। लेकिन इस बार मानसूनी बरसात नहीं होने से घना का ज्यादातर हिस्सा सूखा पड़ा है और विंटर सीजन पर खतरा मंडरा रहा है। गोवर्धन कैनाल से कुछ दिन अगर पानी जारी रहा तो संकट के बादल दूर होने की संभावना है।