गांव ताखा हाल मडरपुर निवासी दुर्गेश कुंतल की पत्नी कीर्ति चौधरी ने शहर के एक निजी अस्पताल में बेटी को जन्म दिया। बेटी के आने की खुशी पर पिता का खुशी से ठिकाना नहीं रहा। दूसरे दिन अस्पताल में स्टाफ, दोस्त व परिजनों को मिठाई वितरित की और अस्पताल से डीजे की धुन पर नाच-गाकर दोस्त व परिजन शहर में रैली निकालकर बेटी घर लेकर गए।
निजी अस्पताल से बेटी को घर ले जाने से पहले यहां दुर्गेश के परिजन व दोस्त एकत्र हुए। यहां पर सभी ने डीजे की धुनों पर डांस किया। बाद में बेटी व उनके मित्र भगत सिंह सूरौता के हाथ फीता काटा और गिर्राज महाराज के जयकारों के साथ उसे घर ले गए।
पिता दुर्गेश ने कहा कि आज हर जगह लडक़ों को तबज्जो दी जाती है, जबकि लड़कियां भी लडक़ों के बराबर जिम्मेदारी निभाती हैं। समाज में लड़कियो के साथ हो रहा भेदभाव उन्हें पसंद नहीं था, इस लडक़ी के जन्म पर दुख होने वाले लोगों को वह संदेश देना चाहते थे, इसके लिए उन्होंने अस्पताल से घर तक नाच-गाकर जुलूस निकाला। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी होगी की उनके घर वापस बेटी जन्म ले। उन्हें लडक़े नहीं चाहिए। दुर्गेश ने कीर्ति ने लव मैरिज की है। कीर्ति ने कहा कि वह बेटी को लडक़ों की तरह रखेंगी और वह उसे उच्च शिक्षा दिलाएगी, जिससे कोई लडक़ी को कमजोर नहीं समझे।