हर माह 20 से 30 परिचालकों के लग रहे रिमार्क
जानकारी के अनुसार भरतपुर व लोहागढ़ आगार के उडऩदस्ते हर दिन रोडवेज बसों की जांच करते हैं। दोनों आगारों की बसों में हर माह बिना टिकट यात्री पाए जाने पर करीब 20 से 30 परिचालकों के रिमार्क लग रहे हैं। इससे साफ पता चलता हैकि बसों में परिचालकों की मौजूदगी के बावजूद यात्री बिना टिकट यात्रा कर रहे हैं, जिससे रोडवेज का घाटा बढ़ रहा है।
सीएम को पांच व उडऩदस्तों को 20 की जांच करनी होगी
कार्यकारी निदेशक (यातायात) यूडी खान की ओर से जारी किए गए निर्देशानुसार अब मुख्य प्रबंधकों को हर दिन कम से कम पांच वाहनों की व उडऩदस्ते/निरीक्षकों को हर दिन 20 वाहनों की जांच करनी होगी।इसके तहत प्रात:कालीन, सांयकालीन, रात्रिकालीन व अंतरराज्यीय बस सेवाओं की जांच करनी होगी।
लगाए जा रहे कम रिमार्क
जानकारी के अनुसार कईबार निरीक्षण दल द्वारा निरीक्षण के दौरान जानबूझकर अधिक बिना टिकट यात्री मिलने पर भी कम (तीन या तीन से कम) बिना टिकट यात्री का रिमार्क अंकित कर देते हैं। ऐसे में कार्यकारी निदेशक यूडी खान ने निरीक्षण के दौरान वास्तविक रिमार्क लगाने के निर्देश दिए हैं।
हमारे उडऩदस्ते नियमित रूप से बसों की जांच करते हैं। हर माह बिना टिकट यात्री पाए जाने पर 8 से 15 तक रिमार्क लगाए जाते हैं। ऐसे परिचालकों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाती है।
काडूराम मीणा, मुख्य प्रबंधक, भरतपुर आगार
जांच में कई बार बिना टिकट यात्री पाए जाते हैं। हर महीने 10 से 12 या अधिक रिमार्क लगाने की कार्रवाई की जाती है। परिचालकों के खिलाफ नियमानुसार इंक्रीमेंट रोकने व अन्य कार्रवाईकी जाती है।
सुदीप शर्मा, मुख्य प्रबंधक, लोहागढ़ आगार