अस्पताल में ही उतरा कोरोना का कवच, टीका से पहले टूट गया सुरक्षा चक्र
- अस्पताल में टीका लगवाने उमड़ा हुजूम, संभाले नहीं संभली व्यवस्थाएं

भरतपुर. कोरोना से बचाव की जुगत के बीच सोमवार को आरबीएम चिकित्सालय में कोरोना का सुरक्षा कवच तार-तार होता नजर आया। टीका लगने से पहले उमड़े हुजूम के चलते तमाम सुरक्षा चक्र टूटता नजर आया। खास बात यह है कि यब सब लोगों को कोरोना से बचाने के लिए टीकाकरण में लगे चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मियों के सामने हुआ। तीसरे चरण की शुरुआत में सभी लोगों के एक साथ पहुंचने से व्यवस्था नहीं संभल सकीं। ऐसे में बचाव के बीच भी खतरा पनपता नजर आया।
आरबीएम चिकित्सालय में सोमवार को टीकाकरण से शेष हैल्थ वर्कर, 28 दिन बाद दूसरा टीका लगवाने वाले कार्मिक, दूसरा टीका लगवाने वाले फ्रंट लाइन वर्कर, पहले टीकाकरण से छूटे फ्रंट लाइन वर्कर, पहले टीके से वंचित रहे पुलिसकर्मी, दूसरा टीकाकरण कराने वाले पुलिसकर्मी, नगर निगम कर्मी, 45 से 59 साल के ऐसे व्यक्ति जो बीमारी से ग्रसित हों तथा 60 साल से ऊपर के वरिष्ठ नागरिक अस्पताल टीकाकरण के लिए पहुंच गए। ऐसे में तमाम व्यवस्थाएं ध्वस्त होती नजर आईं। टीकाकरण कक्ष से पहले बनी सीढिय़ों के सामने महिला-पुरुषों का हुजूम लग गया। इस दौरान न तो सोशल डिस्टेंसिंग की पालना हुई और न ही मास्क लगाने की अनिवार्यता कहीं नजर आई। ऐसे में लोग यहां कोरोना को न्यौता देते नजर आए।
विभाग भी नहीं कर सका देखभाल
कोराना का टीका लगाने के बाद व्यक्ति 45 मिनट तक चिकित्सक की देखरेख में रहता है, लेकिन इस कायदे की सोमवार को आरबीएम में पालना नहीं हुई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि उन्हें टीका लगाकर सीधा घर भेज दिया गया, जबकि नियमानुसार टीका लगवाने वाले व्यक्ति को पौन घंटा चिकित्सक अपनी निगरानी में रखते हैं। चिकित्सकों के अनुसार कई लोगों को टीकाकरण के बाद सिर दर्द होने और चक्कर आने जैसी समस्या हो सकती है, लेकिन अस्पताल में उमड़े हुजूम के बीच चिकित्सक एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी इस नियम की पालना नहीं करा सके।
चिकित्सा विभाग ने बनाए 40 केन्द्र
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिलेभर में लोगों को कोरोना से बचाने के लिए 40 केन्द्र टीकाकरण के लिए बनाए गए। इनमें 21 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, 18 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं एक केन्द्र जिला अस्पताल में बनाया गया। उल्लेखनीय है कि रविवार को संभाग मुख्यालय पर भरतपुर, धौलपुर, करौली व सवाईमाधोपुर के लिए 47 हजार 320 कोविशील्ड वैक्सीन भरतपुर पहुंची। इनमें भरतपुर के लिए 26 हजार 910 वैक्सीन पहुंचीं। भरतपुर के लिए आई कुल वैक्सीन में से 6 हजार 490 वैक्सीन आर्मी के लिए हैं।
इनका कहना है
सभी लोगों के एक साथ पहुंचने से भीड़ हो गई थी। ऐसे में लोगों की सुविधा के लिए तीन कम्प्यूटर लगवाए गए। जल्द टीकाकरण के लिए हाथोंहाथ रजिस्ट्रेशन कर टीके लगाए जा रहे हैं।
- डॉ. अमर सिंह सैनी, आरसीएचओ भरतपुर
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