गनीमत रही कि परिवार के लोग अन्यत्र सोए थे, जिससे बड़ा हादसा टल गया। वहीं रूपवास के खानुआं व महलपुर काछी, रुदावल, बयाना में चना के आकार के ओले गिरे। वहीं नगर, उच्चैन व अन्य क्षेत्रों में बूंदाबांदी हुई, जिससे लोगों को सर्दी बढऩे का अहसास हुआ। बचाव के लिए लोगों ने सुबह व शाम को अलाव जलाकर राहत पहुंचाई। लेकिन, ये मावठ किसानों के लिए उपयोगी साबित हो रही है। बुवाई कर रहे किसानों को फसलों में पानी देने के झंझट से फिलहाल छुटकारा मिल गया है।
मौसम विशेषज्ञों की मानें तो अरब सागर में चक्रवात बनने का प्रभाव मौसम पर पड़ा है। दूसरी ओर कश्मीर व हिमाचल में बर्फबारी से भी मौसम में अचानक बदलाव आया है। इसलिए कई दिनों से बादल छाने के साथ ठंडी हवा चल रही थी। बीते दिन गुरुवार दोपहर को बारिश शुरू हो गई, जो कहीं तेज तो कहीं रुककर शुक्रवार सुबह तक जारी रही। बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई।
इस कारण अधिकतम तापमान में 04 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है, जो बीते दिन गुरुवार को 22 डिग्री था। यह शुक्रवार को 18 डिग्री रहा। वहीं न्यूनतम तापमान में 06 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। न्यूनतम तापमान गत गुरुवार को 07 डिग्री दर्ज किया गया, जो शुक्रवार को 14 डिग्री रहा। यह मौसम में आद्र्रता बढऩे के कारण बढ़ा है।