भरतपुरPublished: Oct 22, 2023 12:49:04 pm
Nupur Sharma
Shardiya Navratri 2023: आश्विन माह की शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से लेकर नवमी तिथि तक शारदीय नवरात्रि मनाई जाती है। इसके अगले दिन दशमी तिथि को दशहरा मनाया जाता है जिसे विजयादशमी भी कहा जाता है।
भरतपुर। Shardiya Navratri 2023: आश्विन माह की शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से लेकर नवमी तिथि तक शारदीय नवरात्रि मनाई जाती है। इसके अगले दिन दशमी तिथि को दशहरा मनाया जाता है जिसे विजयादशमी भी कहा जाता है। इस वर्ष 24 अक्टूबर मंगलवार को विजयदशमी का पर्व दशहरा कई मायने में बहुत शुभ माना जा रहा है। ज्योतिषाचार्य पं. राममोहन शर्मा ने बताया कि दशहरा पर वृद्धि योग सहित 3 विशेष योग बन रहे हैं। तीन योग के संगम से इस वर्ष शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने के लिए विशेष पूजा से देवी अपराजिता की विशेष कृपा मिलने का अवसर बन रहा है। दशहरा के दिन देवी अपराजिता की पूजा विजय मुहूर्त में किया जाता है। इससे देवी अपराजिता प्रसन्न होकर शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने की आशीर्वाद देती है। इस वर्ष देवी अपराजिता की पूजा का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 58 मिनट से दोपहर 2 बजकर 43 मिनट तक है।