भरतपुर

लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश में बदल जाएगी रोडवेज की तस्वीर, होंगे ये महत्वपूर्ण बदलाव

भरतपुर. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम(आरएसआरटीसी) को घाटे से उबारने के लिए निगम के उच्चाधिकारियों ने योजनाएं बनाना तैयार कर दिया है। अब रोडवेज प्रबंधन बस संचालन के साथ ही नॉन ऑपरेटिंग रेवेन्यू बढ़ाने पर भी जोर देगा।

भरतपुरMar 29, 2019 / 09:53 pm

shyamveer Singh

लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश में बदल जाएगी रोडवेज की तस्वीर, होंगे ये महत्वपूर्ण बदलाव

भरतपुर. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम(आरएसआरटीसी) को घाटे से उबारने के लिए निगम के उच्चाधिकारियों ने योजनाएं बनाना तैयार कर दिया है। अब रोडवेज प्रबंधन बस संचालन के साथ ही नॉन ऑपरेटिंग रेवेन्यू बढ़ाने पर भी जोर देगा। इसके तहत प्रदेशभर में प्राइम लोकेशन पर स्थित रोडवेज बस स्टैण्ड व कार्यशालाओं की जमीन पर दुकान, विज्ञान के लिए होर्डिंग्स व कियोस्क आदि का निर्माण कराकर नॉन ऑपरेटिंग रेवेन्यू बढ़ाएगा, जिससे प्रदेशभर के रोडवेज बस स्टैण्डों को स्मार्ट बस स्टैण्ड के रूप में विकसित किया जाएगा।

हर माह हो सकती है पांच लाख की आय
शुक्रवार को भरतपुर दौरे पर आई आरएसआरटीसी की प्रबंध निदेशक शुचि शर्मा ने भरतपुर व लोहागढ़ आगार के मुख्य प्रबंधक व अन्य अधिकारियों के साथ चर्चा कर नॉन ऑपरेटिंग रेवन्यू पर चर्चा की। इस दौरान भरतपुर आगार के मुख्य प्रबंधक काडूराम मीणा ने एमडी शुचि शर्मा को बताया कि दोनों आगारों की कार्यशाला की जमीन पर चारों तरफ दुकानों व कियोस्क का निर्माण कर उनके किराए से हर माह करीब चार से पांच लाख रुपए तक की आय हो सकती है। बस स्टैण्ड पर वाहन पार्किंग स्टैण्ड के लिए ठेका देने को लेकर भी बात हुई। साथ ही एमडी शुचि शर्मा ने बस स्टैण्ड परिसर में होर्डिंग्स पर विज्ञापन आदि के माध्यम से आय बढ़ाने को लेकर भी चर्चा की।

500 रोडवेज बसों की होगी मरम्मत
राजस्थान रोडवेज को घाटे से उबारने की योजना से संबंधित सवाल के जवाब में एमडी शुचि शर्मा ने बताया कि अब बस खराब होने, राजस्व आय बढ़ाने, बजट की कमी दूर करने आदि पर ध्यान दिया जा रहा है। सबसे पहले हम प्रदेशभर की करीब 500 बसों को दुरुस्त कर ऑनरोड करेंगे। आचार संहिता के बाद चार-पांच माह में हम बेहतर स्थिति में आ जाएंगे। एमडी शुचि शर्मा ने यहां बस संचालन, आगार की जरूरतों, परेशानियों आदि की जानकारी जुटाई। साथ ही उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि नियमानुसार 30 प्रतिशत बस ठेके पर ली जा सकती हैं। एकदम से नई बसें खरीदना संभव नहीं हो पाता। इसलिए हम प्रदेशभर में नियमानुसार बस ठेके पर लेंगे। साथ ही शुचि शर्मा ने भरतपुर व लोहागढ़ आगार की कार्यशालाओं का जायजा भी लिया।

साथ ही रेवेन्यू बढ़ते ही भर्तियां भी निकाली जाएंगी।
मैकेनिकों की कमी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में एमडी शुचि शर्मा ने कहा कि निश्चित ही काफी समय से विभाग में भर्तियां नहीं हुई हैं। इसको लेकर तैयारियां चल रही हैं। फंड की स्थिति काफी खराब थी।
रेवेन्यू बढ़ते ही हम भर्तियां करेंगे।

चालक-परिचालक से झगड़ा करने पर दर्ज होगा मामला
निजी बस संचालकों के साथ रोडवेज चालक-परिचालकों के आए दिन होने वाले झगड़ों को लेकर स्थानीय कर्मचारी नेताओं ने एमडी शुचि शर्मा को बताया। जिस पर एमडी शर्मा ने कहा कि बिना परमिट के संचालित बसों के संबंध में सरकार को पत्र लिखा है। हमने इस तरह के झगड़े रोकने के लिए स्पेशल स्क्वॉड लगाने की मांग भी की है। जहां से भी ऐसी शिकायत आएंगी उनको लेकर संबंधित कलक्टरों को पत्र लिखा जाएगा और संबंधितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

Home / Bharatpur / लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश में बदल जाएगी रोडवेज की तस्वीर, होंगे ये महत्वपूर्ण बदलाव

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.