सत्ता का सफर लग्जरी, फिर भी रोडवेज की बरस रही मेहरबानी
भरतपुरPublished: Nov 08, 2022 10:49:52 am
- सत्ता खिसकने पर पूर्व जनप्रतिनिधि कर रहे रोडवेज में सफर
- सांसद व बयाना विधायक की एक साल में तीन यात्रा, वो भी संदेह के घेरे में


सत्ता का सफर लग्जरी, फिर भी रोडवेज की बरस रही मेहरबानी
भरतपुर . सत्ता में बैठे माननीयों का सफर लग्जरी है। इसके लिए सरकारी सुविधाएं भी उनके आगे-पीछे घूम रही हैं। इसके बाद भी रोडवेज की मेहरबानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। बरसों से रोडवेज में जनप्रतिनिधियों के लिए आगे की दो सीट आरक्षित की जा रही हैं, जबकि वह रोडवेज में सफर करने से परहेज कर रहे हैं। जनप्रतिनिधियों के नाम पर उनके चहेते जरूर फ्री की यात्रा का लुत्फ उठा रहे हैं। वहीं सत्ता हाथ से निकलने के बाद पूर्व विधायक बसों में धक्के जरूर खा रहे हैं। इसकी पुष्टि रोडवेज के आंकड़े कर रहे हैं। हालांकि वर्तमान एवं पूर्व जनप्रतिनिधियों के चहेते इस यात्रा का लाभ ले रहे हैं।
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बसों में निशुल्क यात्रा करना विधायकों व सांसदों को रास नहीं आ रहा है। विधायक आमतौर पर लग्जरी गाडिय़ों में सवारी करते हैं। पूर्व व वर्तमान सांसद व विधायकों को रोडवेज बसों में प्रदेश व राष्ट्रीय राजधानी में निशुल्क यात्रा की कूपन आधारित सुविधा मिली हुई है। विधायकों की बस यात्रा के खर्च एवं किराये का पुनर्भरण विधानसभा सचिवालय से रोडवेज विभाग को किया जाता है। इस सुविधा में विधायक व सांसद के साथ एक सहयोगी को भी निशुल्क यात्रा की सुविधा मिली हुई है। यात्रा के दौरान विधायक व सांसद के विधानसभा व संसद से जारी कूपन परिचालक को देना होता है। इसके एवज में मुख्य यात्रा टिकट के साथ सहयोगी का टिकट भी जारी होता है। रोडवेज की मानें तो गत वर्ष जिले के सात विधायकों में से केवल एक ही विधायक ने रोडवेज बस से यात्रा की है, जबकि छह विधायकों ने एक भी निर्वाचन क्षेत्र या स्थानीय दोनों डिपो से प्रदेश या देश की राजधानी तक का सफर तय नहीं किया है।