इस पर ग्रामीणों ने प्रशासन के दस्ते का पीछा कर कई गाडिय़ों को पथराव कर क्षतिग्रस्त कर दिया। विवाद की सूचना पर नदबई विधायक जोगेन्द्र सिंह अवाना शाम को गांव रायपुर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाइश कर मामला शांत कराया। देर शाम प्रशासन और ग्रामीणों के साथ वार्ता के साथ मामला शांत हो गया। ग्रामीणों ने पुलिस पर मारपीट करने का आरोप लगाया है।जानकारी के अनुसार गांव रायपुर में वन विभाग की भूमि पर अतिक्रमण हो रहा था।
इसको शुक्रवार को हटाने की कार्रवाई की गई। पुलिस प्रशासन के जाब्ते के साथ घना डीएफओ मोहित गुप्ता के नेतृत्व में एसडीएम अमित वर्मा, सीओ निहाल सिंह राजावत आदि अधिकारी गांव रायपुर पहुंचे। यहां पहले ही पहाड़ी पर ग्रामीण एकत्रित थे। यहां ग्रामीणों से अधिकारियों ने वार्ता की। वार्ता सफल नहीं होने पर प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी। इसके बाद पहाड़ी पर मौजूद ग्रामीणों ने जाब्ते पर पथराव शुरू कर दिया।
पथराव होने पर मौके पर जेसीबी में तोडफ़ोड़ होने से जेसीबी चालक गाड़ी छोड़कर भाग गए। पथराव के दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले चला दिए। करीब दो घंटे तक ग्रामीण व प्रशासन के बीच विवाद बना रहा।
वहीं, इंतजार के बाद जेसीबी नहीं पहुंची तो वन विभाग के कर्मचारियों ने अपने स्तर पर ही कार्मिकों की सहायता से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की, लेकिन सफलता नहीं मिली। भीड़ होने और पथराव करने पर प्रशासन को पीछे हटना पड़ा। पथराव में ग्रामीण व दो पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे विधायक अवाना को ग्रामीणों ने प्रशासन पर पशु चारा कड़बी को जलाने व तोडफ़ोड़ करने का आरोप लगाया।