भरतपुर

Bharatpur News : पहले विद्यार्थियों ने प्रधानाचार्य पर लगाए गम्भीर आरोप, फिर ऐसा क्या हुआ कि मुकर गए छात्र…

भरतपुर. Firstly, the students charged serious charges against the Principal, then what happened that the students who had returned डीग उपखण्ड के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय अऊ के छात्रों ने मंगलवार को एसडीएम साधुराम जाट को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने प्रधानाचार्य हरवीर सिंह चाहर पर आरोप लगाते हुए लिखा कि हमारे साथ विद्यालय में अत्याचार हो रहा है।

भरतपुरJul 30, 2019 / 10:29 pm

shyamveer Singh

Bharatpur News : पहले विद्यार्थियों ने प्रधानाचार्य पर लगाए गम्भीर आरोप, फिर ऐसा क्या हुआ कि मुकर गए छात्र…

भरतपुर. Firstly, the students charged serious charges against the Principal, then what happened that the students who had returned डीग उपखण्ड के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय अऊ के छात्रों ने मंगलवार को एसडीएम साधुराम जाट को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने प्रधानाचार्य हरवीर सिंह चाहर पर आरोप लगाते हुए लिखा कि हमारे साथ विद्यालय में अत्याचार हो रहा है। स्कूल डे्रस निर्धारित जूते पहने होने के बावजूद भी स्कूल से निकाला जा रहा है और जब हमारे माता-पिता विद्यालय में जाते हैं तो प्रधानाचार्य उनके साथ दुव्र्यवहार करते हैं। इसी के साथ छात्रों ने प्रधानाचार्य पर मनमानी कम्प्यूटर फीस वसूलने, फीस देने में असक्षम होने पर विद्यालय में प्रवेश नहीं देने जैसे आरोप लगाए।
 

विद्यार्थियों की शिकायत पर एसडीएम जाट ने सीबीईओ डीग तारासिंह को जांच सौंपी और उन्हें तुरन्त अऊ के विद्यालय भेजा गया। जहां शिकायतकर्ता करीब बीस बच्चों के बारी-बारी से बयान लिये गए। इस दौरान विद्यार्थियों ने ज्ञापन में लिखी सभी शिकायतें बयान में भी कहीं।
 


प्रधानाचार्य के समर्थन में आगे आए ग्रामीण
इसी दौरान अऊ के ग्रामीण हेमेन्द्र शर्मा, जयप्रकाश, सुरेश चन्द्र, बाबू सिंह पूर्व सरपंच अऊ, खिरकी मैम्बर, उपसरपंच पंकज शर्मा, रामहरि जादौन, विष्णु जादौन आदि विद्यालय में पहुंचे। जिन्होंने जांच अधिकारी सीबीईओ को एक महजरनामा लिखकर दिया जिसमें प्रधानाचार्य अऊ हरवीर सिंह को नैतिक, चारित्रिक व कार्यशैली की दृष्टि से बहुत अच्छे व्यक्तित्व वाला व्यक्ति बताया। साथ ही प्रधानाचार्य हरवीर सिंह के प्रयास से ही विद्यालय में कुल छात्र संख्या 800 में से 400 छात्राएं होना बताया। ग्रामीणों ने कहा कि कुछ स्वार्थपरक व्यक्तियों ने विद्यालय का माहौल खराब करने व प्रधानाचार्य की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है। वहीं शिकायतकर्ता छात्रों ने भी जांच अधिकारी को लिखित में एक प्रार्थना पत्र दिया, जिसमें उन्होंने लिखा है कि हम सभी छात्र कुछ लोगों के उकसावे पर एसडीएम डीग से मिलने गये थे और उन्हीं कुछ लोगों ने उनसे जबरदस्ती हस्ताक्षर कराये, जो लिखा हमें पढ़वाया नहीं गया। हमें प्रधानाचार्य से विद्यालय के अनुशासन से कभी कोई शिकायत नहीं रही। पूर्व में हमसे जो लिखवाया गया और कहलवाया गया उससे हमारा कोई सम्बंध नहीं है।
 


इनका कहना है-
छात्रों ने मुझ पर जो भी आरोप लगाये हैं वो मिथ्या हैं जबकि ये छात्र विद्यालय में वगैर ड्रेस व देरी से आये थे, जिसकी वजह से इनको विद्यालय में प्रवेश नहीं दिया गया। गांव के कुछ लोग विद्यालय का माहौल खराब करना चाहते हैं। जबकि मैं पूरी इमानदारी के साथ अपना काम कर रहा हूं।
– हरवीर सिंह चाहर, प्रधानाचार्य, राजकीय आदर्श उमा विद्यालय अऊ।
 


जांच के दौरान ग्रामीण व बच्चों के अभिभावक आये उन्होंने अपनी शिकायत को वापस लेते हुए कहा कि हम इस मामले कोई कार्यवाही नहीं चाहते। स्कूल में अब शांति है छात्रों ने भी अपनी शिकायत वापस ले ली है।
– तारासिंह सिनसिनवार, सीबीईओ
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.