ऐसी लागी लगन ... कबाड़ा छोड़, क, ख, ग से जोड़ा नाता
भरतपुरPublished: Oct 27, 2022 02:59:18 pm
- तीन साल की मेहनत लाई रंग


ऐसी लागी लगन ... कबाड़ा छोड़, क, ख, ग से जोड़ा नाता
भरतपुर . कबाड़ा बीनना उनकी जिंदगी का हिस्सा बन गया था। कबाड़े की गंदगी के बीच खिलखिलाता बचपन खुशियों से भी दूर हो रहा था, लेकिन स्वास्थ्य मंदिर की पहल ने अब इनकी अंधेरी दुनिया में उजियारा फैलाया है। स्वास्थ्य मंदिर की ओर से कच्ची बस्ती के बच्चों के लिए चल रहे 'खिलता बचपन संवरता जीवन प्रकल्प से इनकी जिंदगी संवरने लगी है। अब इन बच्चों ने कबाड़े को छोड़ कलम से नाता जोड़ लिया है।
लगातार तीन वर्ष की मेहनत के परिणाम भी सुखद सामने आ रहे हैं। जब यह प्रकल्प शुरू किया था तब सर्वे में 170 बच्चे ऐसे मिले, जो कभी स्कूल नहीं गए थे। अब बस्ती में ऐसा कोई घर नहीं है, जिसमें से कोई बच्चा स्कूल नहीं जाता हो। बच्चों के माता-पिता भी अब गमले बनाने, फूल पत्ती बनाने एवं अगरबत्ती बनाने जैसे काम कर रहे हैं। वह भी कबाड़ा बीनने सहित अन्य बुराईयों से दूर हो रहे हैं। प्रकल्प के प्रयासों से अब कच्ची में शिक्षा का उजियारा फैल रहा है। आने वाले वर्षों में इसके और अच्छे परिणाम आने की संभावना है।