उत्तर भारत के बड़े हिन्दी साहित्य के खजाने की नीलामी पर लटकी तलवार
भरतपुरPublished: Nov 20, 2022 05:31:18 pm
श्री हिन्दी साहित्य समिति: अब दो दिसम्बर नियत की नीलामी की तिथि


उत्तर भारत के बड़े हिन्दी साहित्य के खजाने की नीलामी पर लटकी तलवार
Sword hangs on auction of big Hindi literature treasure of North India
भरतपुर . उत्तर भारत के सबसे समृद्ध साहित्य को समेटे भरतपुर (bharatpur) की सबसे पुरानी श्री हिन्दी साहित्य समिति के खजाने पर एक बार फिर नीलामी की तलवार लटक गई है। वजह, घोषणा और आश्वासन से आगे इस साहित्य के भंडार को बचाने के प्रयास नहीं हो सके हैं। ऐसे में न्यायालय ने समिति भवन पर फिर से नीलामी का नोटिस चस्पा कर दिया है।
खास बात यह है कि सरकार की ओर से 5 करोड़ रुपए की घोषणा बजट में हो चुकी है, लेकिन यह अभी कागजों से बाहर नहीं आया है। यही वजह है कि अब न्यायालय ने 2 दिसम्बर को समिति की नीलामी के लिए नोटिस चस्पा कर दिया है। मुख्यमंत्री की ओर से बजट घोषणा में 5 करोड़ रुपए की राशि का ऐलान करने के बाद अभी तक यह राशि समिति को नहीं मिली है। पत्रिका ने पहले भी इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। हालांकि सरकार की ओर से नियुक्त किए गए राजकीय अधिवक्ता ने इस मामले को लेकर न्यायालय में पहल की थी। इसके बाद पूर्व में इसकी नीलामी टल गई थी। इसके लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र पेश कर समय मांगा गया था। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार की ओर से पेश किए गए बजट में मुख्यमंत्री ने कहा था कि श्री हिन्दी साहित्य समिति का पुस्तकालय अपने आप में अनूठा है। वर्तमान परिस्थति में इसका संरक्षण एवं संवद्र्धन जरूरी है। वर्ष 2013-14 के बजट में इसे 50 लाख रुपए का अनुदान स्वीकृत किया था। इस बजट में पुस्कालय को सरकारी संरक्षण में लेते हुए संवद्र्धन के साथ-साथ आधुनिकीकरण के लिए 5 करोड़ रुपए अनुदान दिया जाना प्रस्तावित किया, लेकिन इसके बाद अब सरकार ने इसकी सुध नहीं ली है। इसके चलते न्यायालय ने अब 2 दिसम्बर को नीलामी का नोटिस जारी कर दिया है। सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट ने समिति भवन पर नोटिस भी चस्पा करा दिया है।