महिला के पति ने यह बयान दिया… महिला परवीना के पति इरफान ने रिपोर्ट में बयान दिया कि चार मार्च को सीएचसी नगर से रैफर करने पर वह पत्नी को सुबह साढ़े आठ बजे 104 एंबुलेंस गाड़ी से जनाना अस्पताल लाया। लैबर रूप में डॉक्टरों ने बिना देखे ही रैफर कर दिया। कोई इलाज नहीं किया और कुछ बताया भी नहीं। अस्पताल से बाहर सोनोग्राफी भी कराई। जयपुर ले जाते समय रास्ते में ही डिलीवरी हो गई। इसमें मृत बच्चा पैदा हुआ। वापस जनाना अस्पताल लेकर आया। वहां कहा गया कि जब रैफर कर दिया है तो क्यों आए हो। इसको वहां पर ही दिखाकर ला, बकवास मत कर। जब पत्रकार को बुलाया तो उसने रिकॉर्डिंग की। तब जाकर पत्नी का इलाज शुरू हुआ। आरबीएम अस्पताल से खून लेकर आया, इसका कोई पैसा या खून नहीं लिया गया। व्यक्तिगत रूप से यह नहीं कहा कि आप मुसलमान हो इलाज नहीं करूंगी। मेरा नाम व पता पूछने के बाद कहा कि तब्लीगी जमात वहीं से निकली है।
-जांच रिपोर्ट पूरी तरह से फर्जी है। इसमें पढऩे पर सामने आया कि खुद प्रशासन ने भी माना है कि लापरवाही हुई है। तब्लीगी जमात वहीं से निकली है कहा गया, फिर उसे रैफर कर दिया गया। इसका मतलब क्या है? साफतौर पर झूठ बोला जा रहा है। सरकार को चाहिए कि दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करे।
विश्वेंद्र सिंह
कैबीनेट मंत्री पर्यटन एवं देवस्थान विभाग