दो घंटे में आ रहा नंबर दवा काउंटर के बाहर खड़ी भरतपुर निवासी सुनीता ने बताया कि तेज धूप में खड़ा नहीं रहा जाता है। करीब एक घंटे से तेज धूप में पल्लू सिर पर ढंककर खड़ी हूं, लेकिन अभी तक नंबर नहीं आ सका है। ज्यादा देर तक धूप में खड़े रहने के कारण चक्कर से आने लगते हैं। वहीं मरीज कोमल ने बताया कि उनके परिजन काफी देर से धूप में खड़े हैं, जो पसीने-पसीने हो रहे हैं, लेकिन अभी तक दवा लेने का नंबर नहीं आ सका है। छाया नहीं होने से और परेशानी बढ़ रही है। तेज धूप में लगातार खड़े रहने के कारण उनके साथ परिजन भी बीमार हो रहे हैं।
यूं भी बढ़ रही परेशानी आरबीएम अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग को तोडऩे का काम तेजी से चल रहा है। ऐसे में पुरानी दवा काउंटर पुराने बिल्डिंग की ओर ही संचालित हो रहे हैं, लेकिन यहां न छाया के इंतजाम हैं और न पानी के। कई बार फार्मासिस्ट सीट छोड़कर पानी पीने चले जाते हैं तो मरीजों की तकलीफ और बढ़ जाती है। पेयजल के नाम पर नई बिल्डिंग की ओर जाते समय एक प्याऊ लगी है, जो वहां से दूर पड़ती है। इसके अलावा यहां दवा काउंटरों के पास टॉयलेट आदि की भी व्यवस्था नहीं है। ऐसे में मरीजों के साथ फार्मासिस्ट भी परेशानी झेलते हैं।
मौसम बदलते ही बढ़े मरीज मौसम में तल्खी आने के साथ ही अस्पताल में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। मुख्य रूप से सर्दी, जुकाम-खांसी एवं वायरल के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। इसके चलते आउटडोर के मरीज खूब बढ़ गए हैं। इसके अलावा चर्म रोग से संबंधी मरीज भी खूब अस्पताल पहुंच रहे हैं। चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. सुरेखा ने बताया कि चर्म रोग के मरीजों की ओपीडी इन दिनों 200 के आसपास चल रही है। मौसम बदलने के साथ मरीजों की संख्या बढ़ी है।डॉ. सुरेखा ने बताया कि हालांकि अभी यह कम है। मौसम में उमस बढऩे पर रोगियों की संख्या में और इजाफा होगा।
इनका कहना है मरीजों की परेशानी को देखते हुए जल्द ही टिनशैड का निर्माण कराया जाएगा।
- के.के. गोयल, सचिव यूआईटी भरतपुर इनका कहना है टिनशैड का काम यूआईटी की ओर से होना है। इसके लिए अस्पताल की ओर से कई बार कह दिया गया है।
- डॉ. जिज्ञासा शाहनी, अधीक्षक आरबीएम अस्पताल भरतपुर
- के.के. गोयल, सचिव यूआईटी भरतपुर इनका कहना है टिनशैड का काम यूआईटी की ओर से होना है। इसके लिए अस्पताल की ओर से कई बार कह दिया गया है।
- डॉ. जिज्ञासा शाहनी, अधीक्षक आरबीएम अस्पताल भरतपुर