एक साल से था विश्लेषक का इंतजार
जानकारी के अनुसार जनस्वास्थ्य प्रयोगशाला में करीब एक साल पहले ही उपकरण आना शुरू हो गए थे और उनका इंस्टॉलेशन भी शुरू हो गया था। प्रयोगशाला में करीब 50 लाख की कीमत के करीब 20 उपकरण मंगाए गए हैं, जिनमें से करीब 15 उपकरणों का इंस्टॉलेजशन हो चुका है लेकिन लम्बे समय से खाद्य विश्लेषक का पद रिक्त होने की वजह से यहां नमूनो की जांच नहीं हो पाती थी। साथ ही प्रयोगशाला के कर्मचारियों को जांच से संबंधित प्रशिक्षण भी दिलवा दिया गया है।
रिपोर्ट के लिए कम से कम 14 दिन का इंतजार
असल में विभाग के खाद्य निरीक्षकों की ओर से होली, दीपावली, रक्षा बंधन आदि त्योहार के समय व अन्य दिनों में जिलेभर से खाद्य नमूने लिए जाते हैं। लेकिन स्थानीय स्तर जांच नहीं होने की वजह से इन नमूनों को अलवर भेजा जाता है। अलवर से इन खाद्य नमूनों की रिपार्ट आने में कम से कम 14 दिन का समय लग जाता है। लेकिन अब जनस्वास्थ्य प्रयोगशाला में खाद्य विश्लेषक की नियुक्ति होने से जांच की सुविधा जल्द शुरू हो जाएगी। साथ ही जिस रिपोर्ट के लिए कम से कम 14 दिन का इंतजार करना पड़ता था अब वो रिपोर्ट सिर्फ एक-दो दिन में ही उपलब्ध हो सकेगी।
अब कैमिकल का इंतजार
असल में कुछ ही दिनों में बाकी बचे हुए उपकरणों का इंस्टॉलेशन करवा दिया जाएगा। वहीं जांच के लिए जरूरी कैमिकल व अन्य सामग्री की डिमांड भी प्रयोगशाला प्रशासन की ओर से सीएमएचओ को भेज दी गई है। इंस्टॉलेशन पूरा होते ही व कैमिकल मिलते ही प्रयोगशाला में खाद्य नमूनों की जांच शुरू कर दी जाएगी।
वर्जन
जनस्वास्थ्य प्रयोगशाला में खाद्य विश्लेषक की नियुक्ति हो गई है। कुछ उपकरणों का इंस्टॉलेशन होना बचा है व कैमिकल आदि आने हैं। उसके बाद जल्द ही यहीं पर खाद्य नमूनों की जांच सुविधा शुरू हो जाएगी।
– डॉ. गोपाल शर्मा, सीएमएचओ, भरतपुर।