यह स्थिति जिलेभर के ई-मित्रों पर है, जहां पंजीयन कराने आने वाले किसानों की कतार लगी है। वह केंद्र सरकार की योजना का लाभ समय पर लेकर सहारा चाहते हैं। जबकि रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि नजदीक है। गांव नगला सेह व भरतपुर शहर में ऐसी स्थिति देखी जा सकती है।
ई-मित्र संचालक निरंजन ने बताया कि किसानों को इस लाभ के लिए रजिस्ट्रेशन के साथ भामाशाह, स्वयं के खाते की नकल, आधार संख्या दर्शानी है। बावजूद इसके साइड धीमी चल रही है और पंजीयन तिथि 24 फरवरी को है। इसलिए किसानों की लाइन लगी है। इनका कहना है कि साइड कभी बंद रहती है और खुलती है तो धीमी चलती है। अब तिथि बढ़ाने पर ही जिले के किसानों को भरपूर लाभ मिल सकता है।