अपना घर पहुंचे तो याद आए दिन भरतपुर में जिला कलक्टर के पद पर आसीन आलोक रंजन हाल ही में अपना घर बझेरा पहुंचे तो उनकी यादें ताजा हो उठीं। वह गत दिवस सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक अपना घर में रहने वाले प्रभुजी से मिले और उनकी व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। सभी ब्लॉकों में जाकर उन्होंने व्यवस्थाओं को जांचा। रंजन ने उनके खाने-दवा, रहन-सहन आदि की व्यवस्थाओं के बारे में जानकार संतुष्टि जाहिर की।
ऐसे जुटे, जैसे सेवादार हों अपना घर आश्रम में शनिवार से श्रेष्ठतम सेवा मिशन का आगाज हुआ। इसमें जिला कलक्टर आलोक रंजन भी पहुंचे। तमाम ताम-झामों को किनारे करते हुए रंजन यहां प्रभुजी की सेवा में जुट गए। रंजन ने अपने हाथों से प्रभुजी को नहलाया और उन्हें कपड़े भी पहनाए। इस सेवा के दरिम्यान उनकी अफसरी कहीं भी नहीं झलकी। वह सेवा भाव से प्रभुजी की सेवा में तल्लीन रहे। जिला कलक्टर के रूप को देखकर वहां लोग हतप्रद रह गए।