धौलेट गांव की मस्जिद के पीछे व पहाड कीवाल में होकर निज खेत में से जाने वाले रास्ते काट दिया था। इसके पीछे रॉयल्टी अधिक लेने का आरोप है। वहीं, बताया जा रहा है कि एक पक्ष अपनी निजी गाडिय़ों को बिना रॉयल्टी के निकलने के लिए दवाब बनाता है, जिस पर रास्ता काट दिया जाता है। उघर, प्रशासन के साथ पूर्व की बैठकों में रॉयल्टी नाकों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने, क्रशर व खनन जोन कोअलग-अलग करने की मांग उठ चुकी है लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसकी आड़ में अवैध खनन, ओवरलोडिँग और अधिक रॉयल्टी वसूलने की शिकायतें आती रहती हैं। एसडीएम रामरतन शर्मा ने बताया कि रास्ता बंद था, जिस पर ग्रामीणों को समझाइश की। बाद में उन्होंने जेसीबी मंगवाकर रास्ता खुलवा दिया। रॉयल्टी को लेकर विवाद बना था। कटा रास्ता खातेदारी जमीन में है। उधर, थाना प्रभारी नेकीराम ने बताया कि समझाइश कर रास्ता खुलवा दिया। रास्ता निजी खेत में या सरकारी इसकी जानकारी नहीं है। गिरदावर व पटवारी से जांच करवा रहे हैं।