scriptजिंदगी और मौत बनी रही पहेली | There was life and death puzzle | Patrika News

जिंदगी और मौत बनी रही पहेली

locationभरतपुरPublished: Apr 03, 2016 11:42:00 pm

राष्ट्रीय राजमार्ग जयपुर-आगरा स्थित ऊंचा नगला के पास रविवार शाम अज्ञात वाहन ने बाइक सवार एक पुलिस

bharatpur

bharatpur

भरतपुर।राष्ट्रीय राजमार्ग जयपुर-आगरा स्थित ऊंचा नगला के पास रविवार शाम अज्ञात वाहन ने बाइक सवार एक पुलिस कांस्टेबल में टक्कर मार दी। घायल को जिला आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को मोर्चरी की तरफ ले जाते परिजनों ने उसके जिन्दा होने की बात कही जिस पर उसे वापस ट्रोमा में ले गए और वापस इलाज शुरू किया गया। परिजन बाद में उसे निजी अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक उत्तरप्रदेश के फिरोजाबाद जिले में कांस्टेबल था। इस दौरान जिला अस्पताल में मौजूद भीड़ ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते नाराजगी जताई।


थाना उद्योगनगर के गांव अजान निवासी सतीश (23) पुत्र शिव सिंह शाम करीब पांच बजे बाइक से आगरा की तरफ से घर लौट रहा था। यहां हाई-वे पर ऊंचा नगला के पास अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी, जिसमें वह गंभीर घायल हो गया। पुलिस ने उसे जिला अस्पताल भिजवाया, जहां ड्यूटी पर कार्यरत चिकित्सक संजय कासरीवाल ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को बाद में मोर्चरी की तरफ भिजवाया। यहां ले जाते समय परिजनों ने उसकी पल्स चलने की बात कही, जिस पर उसे वापस ट्रोमा में लाया गया। परिजनों ने लापरवाही जताते नाराजगी जताई और सतीश का इलाज शुरू करने के लिए कहा। जिस पर चिकित्सक संजय ने वापस इलाज शुरू किया। सतीश के ऑक्सीजन और बोतल चढ़ाई गई। ईसीजी कराई गई, जिसमें उसके पल्स चलने की बात कही। लोग नाराजगी जताते हुए सतीश को निजी अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के भाई ईश्वर ने आरोप लगाया कि मोर्चरी की तरफ ले जाते समय उसके भाई की पल्स चल रही थी, चिकित्सक ने लापरवाही बरती है।

अस्पताल में रही गहमा-गहमी


हादसे की सूचना मिलने पर परिजन व ग्रामीण अस्पताल पहुंच गए। बड़ी संख्या में ट्रोमा में भीड़ एकत्र हो गई। जिस पर मौके पर पहुंची चौकी पुलिस ने लोगों को समझा कर बाहर निकला। लोगों ने चिकित्सक पर इलाज के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।


 घायल को अस्पताल लाया गया, उस वक्त वह दम तोड़ चुका था। परिजनों ने उसे जिन्दा बताया, जिस पर वापस इलाज किया गया। बाद में परिजन उसे निजी अस्पताल ले गए।
संजय कासरीवाल, चिकित्सक, आरबीएम अस्पताल
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो