पैरों में छाले और भूख-प्यासे निकल रहे लोगों की सुविधा के लिए रोडवेज प्रबंधन ने बस सेवा प्रारम्भ की है। यह सेवा उनके लिए है जो मजदूर वर्ग अपने घर लौट रहा है। ऐसे हजारों लोगों को भरतपुर व लोहागढ़ डिपो के अलावा राज्य के अन्य जिलों की 105 बसों ने यूपी सीमा पर बोर्डर तक छोड़ा है।
गौरतलब है कि जिला प्रशासन के निर्देश पर रोडवेज बस प्रबंधन ने अपने घरों से दूर मजदूरी कर लौट रहे लोगों को बस से ऊंचा नगला बोर्डर से जयपुर और जयपुर, रतनगढ़, जोधपुर, बाडमेर, अजमेर आदि स्थानों से भरतपुर में राजस्थान-उत्तर प्रदेश सीमा स्थित चौमा बार्डर और रारह बोर्डर पर छोड़ रहे हैं। वहीं रोडवेज में इनकी यात्रा को नि:शुल्क कराया जा रहा है।
भरतपुर डिपो के प्रबंधक प्रशासक राजेंद्र शर्मा, नीरज दाहिना व लोहागढ़ डिपो के कार्यवाहक मुख्य प्रबंधक महेश गुप्ता ने बताया कि बीते 16 घंटे में राज्य के विभिन्न डिपो की 105 बसों से लगभग 11 हजार लोगों को नि:शुल्क यूपी सीमा तक पहुंचाया गया। इसमें भरतपुर डिपो की दस और लोहागढ़ डिपो की एक बस संचालित रही। रोडवेज के अधिकारियों ने रात भर संचालन व्यवस्था को देखा।