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वर्दी का रौब…ट्रेफिककर्मी ने राजस्व अधिकारी को मारा थप्पड़, कान का पर्दा फटा

locationभरतपुरPublished: Jul 05, 2022 09:34:09 pm

Submitted by:

Meghshyam Parashar

-एसपी ने किया निलंबित, जिला कलक्ट्रेट के सामने की घटना, रोकने के दौरान की घटना

वर्दी का रौब...ट्रेफिककर्मी ने राजस्व अधिकारी को मारा थप्पड़, कान का पर्दा फटा

वर्दी का रौब…ट्रेफिककर्मी ने राजस्व अधिकारी को मारा थप्पड़, कान का पर्दा फटा

भरतपुर. जिला कलक्ट्रेट के सामने एक स्कूटी सवार को रोकते समय ट्रेफिककर्मी ने अचानक सहायक राजस्व अधिकारी को थप्पड़ जड़ दिया। इसमें सवार युवक के कान में चोट पहुंची है। घटना को लेकर युवक के परिजन मौके पर पहुंच गए और बाद में यातायात कार्यालय पहुंच कर प्रभारी रामचंद्र मीणा को शिकायत की। उधर, घटना के बाद आरोपी ट्रेफिक कर्मी मौके से नदारद हो गया। मामले में परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की। जिस पर आरोपी कांस्टेबल मुकेश कुमार को निलबित कर दिया।
नदबई में विद्युत निगम में कार्यरत सहायक राजस्व अधिकारी पीयूष कुमार दुबे मंगलवार स्कूटी से बिजलीघर चौराहे से राजेेन्द्र नगर स्थित अपने घर की तरफ जा रहे थे। रास्ते में जिला कलक्ट्रेट के सामने यातायात व परिवहन विभाग की संयुक्त टीम यातायात सप्ताह के तहत वाहनों की जांच कर रही थी। कलक्ट्रेट के सामने से निकलते समय पीयूष कुमार को रोकने के लिए अचानक से ट्रेफिक कर्मी मुकेश कुमार ने थप्पड़ जड़ दिया, इससे उनके कान में चोट पहुंची। घटना की जानकारी पीयूष ने परिजनों को दी। पीडि़त ने बताया कि डॉक्टर को दिखाने पर उन्होंने कान के पर्दे में छेद होना बताया है। इस पर उसके पिता मनोज कुमार दुबे मौके पर पहुंचे और कार्यशैली को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने मौके पर मौजूद ट्रेफिक इंचार्ज फूल सिंह से जानकारी लेनी चाही, लेकिन वह ट्रेफिक कर्मी का नाम बताने से कतराते रहे। वहीं, घटना के बाद ट्रेफिक कर्मी मुकेश मौके से इधर-उधर हो गया। मामले में पीयूष के पिता ने यातायात प्रभारी रामचंद्र मीणा को लिखित में शिकायत दी, इसमें आरोपी ट्रेफिक कर्मी के नशे में होना बताया। बाद में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पहुंच कर भी शिकायत दी। वाहन चालक से दुव्र्यवहार करने को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने ट्रेफिक कांस्टेबल मुकेश कुमार को निलबित कर दिया। निलंबनकाल में मुयालय रिजर्व पुलिस लाइन रहेगा। उधर, प्रकरण की जांच सीओ (शहर) सतीश वर्मा को सौंपी है।
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे गंभीर मामले

1. 13 सितंबर 2020 को मामला सामने आया था कि सेवर थाना इलाके के गांव कुम्हा निवासी युवक गौरव भुसावर थाना इलाके में अपने मित्र से मिलने गया था। जहां खेरली मोड चौकी के पुलिस कर्मियों ने उसे रोक लिया और पिटाई कर अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने उसे जयपुर रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई थी। इसको लेकर काफी हंगामा भी हुआ था।
2. 17 जनवरी 2019 को मामला सामने आया था कि शहर के लक्ष्मण मंदिर चौराहे पर तैनात यातायात कर्मी ने एक सिख रिक्शा चालक की पगड़ी उतार कर फेंकने व उससे मारपीट की थी। उस समय यातायात कर्मी को निलंबित भी कर दिया गया था।
3. दो फरवरी 2022 को मथुरा गेट थाना इलाके में स्थित सूरजपोल चौराहे पर दो बच्चों के हॉर्न की आवाज नहीं सुनने पर पुलिसकर्मियों ने बच्चों की पिटाई कर दी थी। ऐसे में एक बालक गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसका जयपुर में ऑपरेशन भी हुआ था।
4. तीन जुलाई 2021 को शराब के नशे में धुत होकर शहर की यातायात व्यवस्था को संभाल रहे ट्रैफिक इंस्पेक्टर और उसकी गाड़ी के चालक कांस्टेबल को एसपी ने निलंबित कर दिया था। ट्रैफिक इंस्पेक्टर और कांस्टेबल शराब के नशे में धुत होकर शहर में यातायात व्यवस्था को संभाल रहे थे।
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