पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे गंभीर मामले 1. 13 सितंबर 2020 को मामला सामने आया था कि सेवर थाना इलाके के गांव कुम्हा निवासी युवक गौरव भुसावर थाना इलाके में अपने मित्र से मिलने गया था। जहां खेरली मोड चौकी के पुलिस कर्मियों ने उसे रोक लिया और पिटाई कर अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने उसे जयपुर रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई थी। इसको लेकर काफी हंगामा भी हुआ था।
2. 17 जनवरी 2019 को मामला सामने आया था कि शहर के लक्ष्मण मंदिर चौराहे पर तैनात यातायात कर्मी ने एक सिख रिक्शा चालक की पगड़ी उतार कर फेंकने व उससे मारपीट की थी। उस समय यातायात कर्मी को निलंबित भी कर दिया गया था।
3. दो फरवरी 2022 को मथुरा गेट थाना इलाके में स्थित सूरजपोल चौराहे पर दो बच्चों के हॉर्न की आवाज नहीं सुनने पर पुलिसकर्मियों ने बच्चों की पिटाई कर दी थी। ऐसे में एक बालक गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसका जयपुर में ऑपरेशन भी हुआ था।
4. तीन जुलाई 2021 को शराब के नशे में धुत होकर शहर की यातायात व्यवस्था को संभाल रहे ट्रैफिक इंस्पेक्टर और उसकी गाड़ी के चालक कांस्टेबल को एसपी ने निलंबित कर दिया था। ट्रैफिक इंस्पेक्टर और कांस्टेबल शराब के नशे में धुत होकर शहर में यातायात व्यवस्था को संभाल रहे थे।