बयाना. शाहपुरा ग्राम पंचायत के गांव गुर्धाडांग के राजकीय उच्च
प्राथमिक विद्यालय का भवन जर्जर होने के कारण 8 कक्षाओं के विद्यार्थी खुले
आसमा के लिए पुराने जर्जर भवन को तोडऩे की इजाजत नहीं दी जा रही है। स्वीकृति नहीं मिलने के चलते एक बार स्वीकृत बजट राशि वापस भी जा चुकी है।
इस विद्यालय की आठ कक्षाओं में नामांकित 118 विद्यार्थी हर मौसम में खुले आसमान के नीचे बैठकर पढऩे को मजबूर हैं। विद्यालय भवन के सभी कमरे में पूरी तरह से जर्जर स्थिति में है। यही कारण है कि विभागीय अधिकारियों की ओर से शिक्षकों को भवन का उपयोग नहीं करने की हिदायत दी हुई है, लेकिन नए भवन का निर्माण कराने के लिए पुराने क्षतिग्रस्त भवन को तोडऩे की स्वीकृति जारी नहीं हो सकी है।
कार्यवाहक प्रधानाध्यापक चेतन शर्मा ने बताया कि एक दशक पहले भी भवन निर्माण के लिए बजट राशि स्वीकृत हुई थी, लेकिन, भवन का निर्माण कार्य नहीं कराने के चलते राशि वापस हो गई। एक बार फिर से सर्व शिक्षा अभियान के तहत भवन निर्माण कराने के लिए 5.6 2 लाख रुपए का बजट स्वीकृत हुआ है। जर्जर भवन को तोडऩे की स्वीकृति के अभाव में निर्माण शुरू नहीं हुआ।
एसएमसी से प्रस्ताव है पारित
विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक में भवन की जर्जर स्थिति को देखते हुए उसे तोड़कर नया भवन बनाने सम्बंधी प्रस्ताव पारित किया हुआ है। प्रस्ताव की प्रति भी विभागीय अधिकारियों को दी गई है। बावजूद उसके अभी तक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हो सकी है।
शीघ्र देंगे स्वीकृति
पुराने जर्जर भवन को तोडऩे की स्वीकृति अगर ग्राम पंचायत को देनी है तो एसएमसी का प्रस्ताव मिलने के बाद जल्दी ही भवन की स्थिति का मूल्यांकन कराकर स्वीकृति दे दी जाएगी। बृजेश कुमारी,सरंपच ग्राम पंचायत शाहपुर
ग्राम पंचायत देगी अनुमति
भवन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। अतिरिक्त कक्षा-कक्षों के निर्माण के लिए राशि स्वीकृत है। पुराना भवन ग्राम पंचायत द्वारा निर्मित है, ऐसे में भवन को तोडऩे की अनुमति ग्राम पंचायत या पंचायत समिति द्वारा दी जाएगी।
सुनील सारस्वत, बीईईओ बयाना