इसलिए सरकार के आदेश पर रोडवेज प्रबंधन ने बसों के संचालन पर रोक लगा दी। अब राज्य से यूपी बोर्डर तक किसी बस का संचालन आगामी आदेश तक नहीं होगा। वैसे बीते दो दिन में दो सौ बसों से 18 हजार से अधिक लोगों को बोर्डर तक पहुंचाया है। लेकिन, अब यह व्यवस्था बंद कर दी है।
भरतपुर डिपो के मुख्य प्रबंधक अवेधश शर्मा, प्रबंधक प्रशासन राजेंद्र शर्मा, नीरज दाहिना व राकेश सैनी का कहना है कि उन्होंने रात भर बसों के संचालन की व्यवस्थाएं देखीं। उन्होंने बताया कि बीते रविवार शाम छह बजे से सोमवार सुबह सात बजे तक जयुपर से 25 लो फ्लोर, 60 बसें राज्य के अन्य डिपो की संचालित हुई थी इनसे 7.5 हजार लोगों को ऊंचा नगला व रारह बोर्डर पर छोड़ा गया। लेकिन, यूपी के पुलिस व अधिकारियों ने इन्हें यूपी सीमा में घुसने से रोक दिया। कहा कि वापस ले जाओ, यहां संक्रमण नहीं फैलाना है।
उधर, सीमा पर यूपी पुलिस ने वहां की सीमा में घुसे लोगों को खदेडऩा शुरू कर दिया। लोग इधर-उधर भागे और लोगों ने खेतों में होकर अपने घरों की ओर दौड़ लगाई। भरतपुर के पुलिस व यहां के प्रशासन ने एतराज किया तो इस पर दोनों राज्यों के अधिकारियों के बीच बहस हो गई। इस पर राजस्थान रोडवेज प्रबंधन ने सोमवार सुबह आठ बजे बसों के संचालन पर रोक लगा दी। वहीं भरतपुर डिपो की 25 बसों से ऊंचा नगला से करीब दो हजार लोगों को रवाना किया गया। ये सभी लोग मध्यप्रदेश के मुरैना, ग्वालियर, डबरा, झांसी आदि स्थानों पर गए।