कतई कमतर नहीं हैं महिला बदमाशों से लोहा लेने वाली वसुंधरा कहती हैं कि नारी पुरुषों से कतई कमतर नहीं है। यह बात उन्हें समझनी होगी। आत्मविश्वास से लबरेज महिला किसी भी परिस्थति पर सहज ही काबू पा सकती है। जरुरत बस खुद को परिस्थितियों से लडऩे के लिए तैयार करने की है। वसुंधरा ने कहा कि महिला किसी भी खतरे को भांपने की समझ विकसित करें और उसका डटकर मुकाबला करें। इसके बाद वह कठिन से कठिन परिस्थितियों का मुकाबला करने में समक्ष होंगी। उन्होंने कहा कि बेटियां बहादुर बनें। अब आने वाला युग उनका है।
महिला राइडर हैं वसुंधरा वसुंधरा चौहान सामाजिक सरोकारों से जुड़े धौलपुर के चम्बल रॉयल क्लब की महिला राइडर हैं। क्लब में उनकी छवि निर्भीक युवती के रूप में है। वजह, क्लब के सदस्य बुलट बाइक के जरिए रैली आदि निकालते हैं। इनमें वसुंधरा बुलट चलाकर मजबूत इरादों के साथ बेटियों को आगे बढऩे का हौसला देती हैं। सीआरसी के पदाधिकािरयों का कहना है कि ‘काश हर बेटी वसुंधरा और हर सिपाही कमर सिंह हो जाए, तो बेटियों की आन और वतन की शान महफूज हो जाएÓ।