पुलिस अधीक्षक हैदरअली जैदी ने बताया कि बजरंग कॉलोनी भरतपुर निवासी पूरनचंद पुत्र गोविंदराम ने गत 15 अक्टूबर को रूपवास थाने में वैन लूट ले जाने का मामला दर्ज कराया था। पीडि़त ने बताया कि शाम करीब 6 बजे रूपवास से किसी महिला को डिलेवरी को लाने के लिए बुक कराकर एक व्यक्ति उसे रूपवास लेकर आया। यहां पहुंचने पर बंशी पहाड़पुर वाले रास्ते पर दो बाइक सवारों ने उसकी गाड़ी के आगे अपनी बाइक लगा मारपीट की और हथियार दिखा उसकी वैन व मोबाइल लूट लिया और उसे जंगल में छोड़ कर भाग निकले। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एएसपी सुरेश खींची व बयाना सीओ चेतराम सेवदा के नेतृत्व के निर्देशन में थाना प्रभारी दीपक ओझा के नेतृत्व में टीम गठित की। टीम ने आरोपियों की तलाश शुरू की और वारदात के दिन इलाके के मोबाइल नम्बरों की जांच की। उसके आधार पर पुलिस को कुछ सुराग मिले। पुलिस टीम ने डीग व बहज के बीच लूटी वैन को आरोपी अवधेश पुत्र राजेन्द्र राजपूत निवासी सीटाहेड़ा थाना कठूमर जिला अलवर से बरामद किया। जबकि उसके दो साथी पुलिस को देख भाग निकले। पुलिस ने आरोपी को बापर्दा गिरफ्तार किया है। पुलिस को पूछताछ में वाहन लूट की अन्य वारदातों का भी खुलासा होने की संभावना है। टीम में हैड कांस्टेबल मानसिंह, कांस्टेबल सतेन्द्र, साइबर सेल के पदम ङ्क्षसह, अनिल कुमार, कांस्टेबल मानसिंह, गजेन्द्र सिंह शामिल थे।
साइबर सेल की रही मुख्य भूमिका वैन लूट मामले के खुलासे में साइबर सेल की खासी भूमिका रही। घटना के बाद साइबर सेल ने इलाके में एक्टिव कुछ संदिग्ध नम्बरों की जंाच की, जिसके बाद संदिग्धों की तलाश शुरू की गई। इससे पहले टीम की मदद से सेवर में ट्रेक्टर व ऑटो लूट और हत्या मामले तथा भुसावर में डकैती मामले के खुलासे में भी टीम से काफी मदद मिली थी।