ये रहेगा मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम
-दोपहर 12.30 बजे बोम सदस्य, अकादमिक सदस्य व अन्य विवि अधिकारी सभागार के द्वार पर पहुंच जाएंगे
– दोपहर 12.50 बजे कुलपति पहुंचेंगे
– दोपहर 1 बजे राज्यपाल/कुलाधिपति कल्याण सिंह पहुंचेंगे
– दोपहर 1.02 बजे प्रोसेशन होगा और राज्यपाल व मुख्य न्यायाधीश समेत अन्य मंच पर पहुंचेंगे।
– दोपहर 1.08 बजे मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन
– दोपहर 1.15 बजे राज्यपाल व मुख्य न्यायाधीश का स्वागत
– दोपहर 1.20 बजे राज्यपाल, कुलपति को दीक्षांत समारोह शुरू करने की अनुमति प्रदान करेंगे।
– दोपहर 1.32 बजे मेडल प्रदान किए जाएंगे
– दोपहर 2 बजे मुख्य न्यायाधीश सम्बोधित करेंगे
– दोपहर 2.09 बजे राज्यपाल सम्बोधित करेंगे
– दोपहर 2.30 बजे प्रोसेशन हॉल से बाहर निकलेगा और इसी के साथ दीक्षांत समारोह सम्पन्न हो जाएगा।
57 मेधावी विद्यार्थियों को प्रदान करेंगे मेडल
प्रथम दीक्षांत समारोह में शुक्रवार को राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कल्याण सिंह वर्ष वर्ष 2017 व 2018 के स्नातक व स्नातकोत्तर के कुल 57 विद्यार्थियों को मेडल(49 गोल्ड मेडल, 6 सिल्वर मेडल व 2 एण्डोमेंट मेडल) प्रदान करेंगे। समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल कल्याण सिंह करेंगे व राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एस रविन्द्र भट्ट दीक्षान्त भाषण देंगे। समारोह में वर्ष 2017 के 8720 स्नातकोत्तर(कला, वाणिज्य, विज्ञान, समाजविज्ञान व शिक्षा संकाय) विद्यार्थियों को, वर्ष 2018 के 6674 स्नातकोत्तर (सभी संकाय) विद्यार्थियों को व वर्ष 2018 के 11,144 स्नातक विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान करने की अनुमति दी जाएगी।
पांच माह से तैयारियों में जुटे हैं 30 कर्मचारी
विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह की तैयारियां विवि प्रशासन ने करीब पांच माह पूर्व ही शुरू कर दी थीं। दो घंटे के समारोह को सफल बनाने के लिए बीते करीब पांच माह से करीब 30 कर्मचारी मेहनत कर रहे हैं। 30 कर्मचारियों की पांच माह की कठिन मेहनत के बाद ही समारोह की तैयारियों को गुरुवार शाम को मूर्त रूप प्रदान किया गया।
न फर्जीवाड़ा होगा, न गलेंगी
विवि के परीक्षा नियंत्रक डॉ. अरुण कुमार पाण्डेय ने बताया कि डिग्रियों के निर्माण में करीब सात-आठ प्रकार के सिक्योरिटी कोड डाले गए हैं। इससे डिग्रियां फर्जीवाड़े/डुप्लीकेट की आशंका से पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगी। साथ ही ये डिग्रियां नॉन टेरेबल कागज से निर्मित होंगे, जो न तो फटेंगी और न ही बरसात व पानी में गलेंगी।
ये रहेगा ड्रेस कोड
समारोह में राज्यपाल, कुलपति, कुलसचिव सफेद/ऑफ व्हाइट/क्रीम कलर का जोधपुरी सूट, राजस्थानी साफा और ब्लैक कलर के जूते पहनकर मंचासीन होंगे। विश्वविद्यालय के अधिकारी व बोम सदस्यों के लिए भी उक्त ड्रेस कोड ही लागू होगा। विद्यार्थियों (पुरुष) के लिए सफेद रंग के कुर्ता-पायजामा/पेंट-शर्ट या धोती-कुर्ता व काले रंग के जूते और महिला/लड़की विद्यार्थियों के लिए सफेद/ऑफ व्हाइट/क्रीम कलर की साड़ी, विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित मैरून कलर का बॉर्डर व ब्लाउज और काले सैंडिल व स्लीपर तय किए गए हैं।