भरतपुर. कभी धूप कभी बारिश से आमतौर पर देखने में मिलते हैं। लेकिन रात को गर्मी सुबह ठंड या फिर बेमौसम दिन में तेज धूप और शाम को तेज बारिश…इस तरह के बदलाव से लोग तो सकते में हैं ही, इस बार मौसम इस रंग को देखकर विज्ञानी भी भौचक्के हो रहे हैं।
मौसम कैसा भी हो यह हम सबके जीवन को प्रभावित करता है इसलिए हमारे जीवन में इसका बहुत महत्व है। तभी तो मौसम का हाल हम टी वी में सुनते हैं और समाचारपत्र में भी पढ़ते हैं। लेकिन इस बार तो काफी पहले से किए गए पूर्वानुमान तो स्टीक ही नहीं बैठ रहे हैं।
पल-पल में बदल रहा मौसम
यदि भरतपुर की बात की जाए तो पिछले एक सप्ताह से ज्यादा समय से मौसम में कई बार एकाएक बदलाव हो रहा है। कभी अचानक से बादल छा जाते हैं तो कभी एकाएक धूप निकल जाती है। गर्मी के मौसम में एकदम से सर्दी सी लगने लग जाती है। रविवार सुबह तो आमतौर से सर्दियों के मौसम में होने वाली ठंड महसूस की गई। लोग मौसम में जल्दी-जल्दी बदलाव से खासे अचम्भित और परेशान हैं।
कभी टीशर्ट तो कभी जैकेज!
मार्च के तीसरे सप्ताह में भी लोगों को सर्दी के वस्त्रों का उपयोग करना पड़ जाए तो इसे अचम्भा ही कहा जाएगा। क्योंकि आमतौर पर मध्य मार्च के बार धूप में लगातार तेजी ही देखी जाती है। पारा चढ़ता है तो गर्मी अपने तेवर दिखाने ही लगती है। इस बार गर्मी ने तेवर तो दिखाए हैं लेकिन जल्दी से इसके तेवर ढीले भी पड़ जाते रहे हैं।
होली बाद भी कम्बल
ऐसा आमतौर पर देखा नहीं जाता है लेकिन इस बार बदले मौसम में होली बाद भी लोग कम्बल या फिर गर्म वस्त्रों का उपयोग पूरी तरह से छोड़ नहीं पा रहे हैं। देर रात को अचानक से ठंड बढऩे या फिर सुबह बाहर तेज हवा चलने के कारण लोग दुविधा में भी हैं।
मौसमी बीमारी की देन गर्मी-सर्दी
इस बार गर्मी-सर्दी होने के कारण अस्पतालों में भी मरीजों की लम्बी कतारें देखने को मिल रही है। लोग वायरल, इंफेक्शन या फिर खासी से ज्यादातर पीडि़त देखने को मिल जाएंगे। घरों में कोई ना कोई बीमार है। लोगों के मुताबिक बीमार पडऩे के बाद जल्दी से सही भी नहीं हो पा रहे हैं। पूर्ण स्वस्थ होने में लोगों को काफी वक्त लग रहा है।