नगरपालिका किस वर्ष कितना बजट किया खर्च विगत पांच वर्षों के नगर पालिका की ओर से किए गए विकास कार्यों में व्यय की गई राशि की बात की जाए तो लगभग 34 करोड़ 12 लाख 25 हजार कुल खर्च की गई राशि में से लगभग 70 प्रतिशत 23 करोड़ 88 लाख 57 हजार 500 रुपए नगर पालिका क्षेत्र की सड़कों, 25 प्रतिशत आठ करोड़ 53 लाख 6250 नालियों, पांच प्रतिशत एक करोड़ 70 लाख 61 हजार 250 अन्य मदों में खर्च किए गए। सरकार के द्वारा 36 करोड़ 40 लाख 95 हजार रुपए। बजट के रूप में नगर पालिका को स्वीकृत किए गए। सरकार ने कुल 36 करोड़ 40 लाख 95 हजार का बजट पांच वर्षों में नगर पालिका प्रशासन के लिए स्वीकृत किया। सरकार की ओर से नगर पालिका क्षेत्र के विकास के लिए स्वीकृत राशि कभी कम नहीं रही। अगर कमी रही तो वर्तमान जनप्रतिनिधियों की इच्छा शक्ति की रही। सबसे ज्यादा राशि वर्ष 2018-19 में स्वीकृत की गई। बावजूद इसके विकास की रफ्तार सबके सामने है। आंकड़ों के अनुसार आज भी नगरपालिका में दो करोड़ 34 लाख 70 हजार रुपए बजट है। बाकी नगर पालिका की जो निजी आय है वह अलग है।
कब कौन रहा नगरपालिका अध्यक्ष अगर नगर पालिका के विगत 66 वर्षों के अध्यक्षों के कार्यकाल की बात की जाएं तो सन् 1954 से लेकर 2020 तक कुल 16 अध्यक्षों का कार्यकाल रहा। इसमें सबसे अधिक कार्यकाल बद्रीप्रसाद शर्मा का रहा एवं सबसे कम कार्यकाल जगदीश प्रसाद शर्मा का रहा एवं एक बार महिला उम्मीदवार अध्यक्ष रही। बद्रीप्रसाद शर्मा एक अप्रेल 1954 से 24 जून 1963, सूरजमल गुप्ता 29 जनवरी 1964 से 25 जनवरी 1967 तक, जगदीश प्रसाद शर्मा 18 नवंबर 1970 से 28 दिसंबर 1972 तक, हेमनदास (कार्यवाहक) 28 दिसंबर 1972 से 17 जनवरी 1973 तक, बाबूलाल गुप्ता 18 जनवरी 1973 से 11 दिसंबर 1973 तक, जगदीश प्रसाद शर्मा पांच अक्टूबर 1974 से 12 अप्रेल 1977 तक, रमेश चन्द गर्ग (कार्यवाहक) 12 अप्रेल 1977 से तीन अक्टूबर 1977 तक, सतीश चन्द गर्ग 17 फरवरी 1982 से 15 फरवरी 1986 तक, हेमनदास एक सितंबर 1990 से 27 सितंबर 1994 तक, मुरारीलाल उपाध्याय (कार्यवाहक) 28 सितंबर 1994 से 29 अप्रेल 1995 तक, जगदीश प्रसाद शर्मा (कार्यवाहक) 30 अप्रेल 1995 से 28 अगस्त 1995 तक, ईशरदेइ 19 दिसंबर 1995 से 19 दिसंबर 2000 तक, दाऊदयाल शर्मा 20 दिसंबर 2000 से 20 दिसंबर 2005 तक, भगवान सिंह कोली 21 दिसंबर 2005 से 16 दिसंबर 2010 तक, घनश्याम कटारा 16 दिसंबर 2010 से 15 दिसंबर 2015 तक, बालमुकुन्द बिहारिया 16 दिसंबर 2015 से अब तक कार्यकाल रहा है।
पालिकाध्यक्ष बोले: बोर्ड ने एकजुट होकर कराए हरसंभव विकास कार्य नदबई नगर पालिका के अध्यक्ष बालमुकुंद बिहारिया ने पत्रिका से बातचीत में बताया कि विगत पांच वर्षों के कार्यकाल में बोर्ड ने एकजुटता से नदबई नगर पालिका क्षेत्र में सड़कों का निर्माण, नालियों का निर्माण, व क्रॉस जालों का निर्माण, साथ ही पानी की समस्या को दूर करने के लिए 23 बोर लगवा कर पेयजल आपूर्ति की समस्या से जनता को निजात दिलाने का पूर्ण प्रयास किया है। जिले की समस्त नगर पालिकाओं में नदबई नगरपालिका ने सबसे ज्यादा विकास के कार्य कराए हैं। विकास के कार्यों में सबसे ज्यादा चर्चित और विवादित प्रकरण विगत अक्टूबर माह में करीब एक करोड़ 66 लाख रुपए की मेगा रोड लाइट प्रोजेक्ट की टेंडर प्रक्रिया रही। इसमें विपक्ष ने नगर पालिका प्रशासन पर टेंडर प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाते हुए पारदर्शिता ना होने की शिकायत करते हुए टेंडर प्रक्रिया को ही निरस्त करने की मांग की थी, लेकिन निरंतर विवादों में घिरी होने के बावजूद भी योजना पूर्ण हुई। इसी तरह करीब 1 करोड़ 25 लाख की पालिका क्षेत्र में सड़क, नाली एवं क्रॉस जाल की प्रक्रिया टेंडर में पारदर्शिता के अभाव के कारण निरस्त की गई, जो कि नगरपालिका के विकास के कार्यों में अवरोध साबित हुई। इसके अलावा कुछ कार्य ऐसे भी रहे जिनको वर्तमान बोर्ड चाहते हुए भी पूर्ण नहीं कर पाया। इनमें सबसे ज्यादा पालिका परिसर में मीटिंग हॉल का निर्माण एवं कस्बे के गंदे पानी की निकासी के लिए नालों का निर्माण एवं गांधी पार्क का जीर्णोद्धार प्रमुखता से रहे।