राशन डीलरों के पास भेजा जा रहा पानी में भीगा गेहूं, ताकि बढ़ सके वजन
-राजस्थान राज्य अधिकृत राशन विक्रेता संघ ने डीएसओ को ज्ञापन देकर उठाया बड़ा सवाल
-अधिकारी बोले: संबंधित फर्म की भूमिका की भी होगी जांच

भरतपुर. जिले के राशन विक्रेताओं के पास गेहूं को गीला कर भेज जा रहा है। संभावना है कि यह खेल वजन बढ़ाकर गड़बड़ी करने के लिए किया जा रहा है। अब तक यह बात कुछ राशन विक्रेताओं की ओर से आए दिन अधिकारियों से की जा रही थी, लेकिन अब खुद राजस्थान राज्य अधिकृत राशन विक्रेता संघ ने भी ज्ञापन देकर सवाल उठाया है, हालांकि अधिकारियों ने अभी प्रकरण में जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। जिलाध्यक्ष शैलेष कौशिक के नेतृत्व में राशन डीलरों ने जिला रसद अधिकारी को ज्ञापन देकर पूरे जिले में डीलरों को आ रही समस्याओं से अवगत कराया।
ज्ञापन में डीलरों ने मांग की कि वर्तमान में विभाग की ओर से जो इलेक्ट्रोनिक कांटे जोकि पिछले पांच-सात सालों से राशन की दुकानों पर काम आ रहे हैं, उनके दस्तावेज मांगे गए हैं जिनको उपलब्ध कराना व्यवहारिक एवं संभव नहीं है बाकी विभाग चाहे तो सभी डीलरों के कांटों की दुकानों पर भौतिक सत्यापन कर सकता है जिसमें सभी डीलर पूर्ण रूप से सहयोग करने के लिए तैयार हैं। साथ ही डीलरों ने मांग की कि सितम्बर माह 2020 से नवम्बर तक का गेहूं का वितरण का कमीशन आंगनबाड़ी के गेहूं, चावल, दाल वितरण कमीशन एवं कोरोना काल में किए गए प्रवासी एवं अप्रवासी गेहूं एवं चना वितरण का कमीशन अभी तक डीलरों के खातों में नहीं आया है जबकि वर्तमान में डीलरों की आय इतनी नहीं है कि वह अपना परिवार का जीवन यापन बिना कमीशन के कर सकें। इसलिए इस कमीशन को शीघ्र ही डीलरों के खाते में डलवाया जाए। डीलरों ने यह भी मांग की है कि जिस पॉश मशीन से राशन वितरण का कार्य किया जाता है उसका अधिकांश भुगतान डीलरेां के कमीशन में से हो चुका है फिर भी वर्तमान में सरकार की ओर से 5.21 पैसे प्रति क्विंटल के हिसाब से रख रखाव के नाम पर कटौती की जा रही है। मशीन अगर खराब हो जाती है तो उसको सही भी विभाग से नहीं कराया जाता है डीलर को अपने खर्चे पर कराना पड़ता है। तहसील स्तर पर दुकानों पर किये जाने वाले आवंटन में समानीकरण विभाग की ओर से किया जाए। प्रतिनिधिमंडल में संजय सिंह, करमचंद गोठी, हिमांशु जैन, दीवान सिंह टीकैता, गोपाल सिंह जघीना, प्रेमचंद, गिरवर सिंह धानौता, अजीत सिंह, राजा सिंह, नन्दकिशोर, योगेश, लखपत सिंह, देवकीनन्दन, रोशन लाल, वेदरिया, चन्द्रवती, विरमा देवी, शिवकुमार जैन, असरफी, चेतन मीना, सुमित्रा, विजयभान, गजराज सिंह, प्रमोद शर्मा, राजंती, बदन सिंह, शत्रुधन तिवारी, जुगल किशोर, महेश चंद, ओमवीर, सत्यदेव भारद्वाज आदि शामिल थे।
वजन में कम और शिकायत पर नहीं कार्रवाई
ज्ञापन में मांग की गई कि खाद्य निगम की ओर से अधिकृत ठेकेदार से जो डीलरों को गेहूं दिया जा रहा है उसकी न तो नाप पूरी आ रही है और न ही वारदाना के वजन का हिसाब सही तरीके से किया जा रहा है। इसके साथ ही कई बार डीलरों को गीला एवं सड़ा गेहूं दुकानों पर पहुंचाया जाता है। इससे आमजन एवं उपभोक्ताओं को उस गेहूं को लेने में परेशानी होती है और दुकानों पर झगड़े की स्थिति उत्पन्न होती है। इसलिए गेहूं की सही माप एवं सही क्वालिटी खाद्य निगम के ठेकेदार की ओर से डीलरों को उपलब्ध कराई जाए।
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