इसमें उद्देश्य आंगनबाड़ी केंद्र के आसपास के क्षेत्र में गर्भवती माताओं को पोषाहार, टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच, पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा और केंद्रों पर नौनिहालों को खेल-खेल में शालापूर्व शिक्षा, टीकाकरण, पोषाहार आदि की उत्कृष्ट सेवाएं देने व प्रोत्साहित करने पर सम्मानित करना है।
इसके तहत जिले में दस ब्लॉकों में सीडीपीओ कार्यालय के अधीन संचालित एक आंगनबाड़ी केंद्र से ऐसी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी व सहायिका चयन किया जाएगा। जिसने अपने आंगनबाड़ी केंद्र व केंद्र के आसपास अच्छी सेवाएं देकर उत्कृष्ट कार्य किया हो। इस हिसाब से दस ब्लॉकों से एक-एक केंद्र से 10 कार्यकर्ता, 10 आशा सहयोगिनी व 10 सहायिकाओं को ‘यशोदाÓ पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इन्हें 5100 व 2100-2100 रुपए व प्रशस्ति देकर महिला दिवस पर सम्मानित किया जाएगा।
वहीं एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी गठित की है, जो इनका पुरस्कार के लिए चयन करेगी। जिला स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह के लिए भरतपुर को 93 हजार रुपए का बजट भी स्वीकृत हुआ है। पुरस्कार देने में सरकार का उद्देश्य है कि कार्मिकों को सम्मान मिलने से उनका संबल और कार्य के प्रति उत्कृष्टता लाना है।
भरतपुर में महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक मोनिका बलारा ने बताया कि जिले में महिला दिवस पर आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत 30 महिला कार्मिकों को यशोदा पुरस्कार से सम्मानित किया जाए। इसमें दस कार्यकर्ता. दस आशा सहयोगिनी व दस सहायिका होंगी। यह बेहतर कार्य करने वाली कार्मिकों को चयनित कर दिया जाएगा।