भरतपुर

चिकित्सक अस्पताल रहे मौजूद, फिर भी बीमारी से पीडि़त मरीजों का नहीं किया उपचार

कोलकाता के नील रतन सरकारी मेडिकल कॉलेज में इंटर्नपर जानलेवा हमले के विरोध में सोमवार को जिले के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों के चिकित्सकों ने आउटडोर सेवाओं के बहिष्कार की चेतावनी का सोमवार केा जिला आरबीएम अस्पताल में पूर्ण असर दिखा।

भरतपुरJun 17, 2019 / 12:00 pm

rohit sharma

hospital

भरतपुर. कोलकाता के नील रतन सरकारी मेडिकल कॉलेज में इंटर्नपर जानलेवा हमले के विरोध में सोमवार को जिले के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों के चिकित्सकों ने आउटडोर सेवाओं के बहिष्कार की चेतावनी का सोमवार केा जिला आरबीएम अस्पताल में पूर्ण असर दिखा। हालांकि, यहां पर चिकित्सक मौजूद रहे लेकिन उन्होंने आउटडोर में किसी भी मरीज की जांच नहीं की। मरीज चिकित्सकों से गुहार लगाते रहे लेकिन वह कार्य बहिष्कार की अपनी मजबूरी जताते रहे। ऐसा ही असर ग्रामीण क्षेत्र में भी दिखा, यहां भी मरीज परेशान होकर भटकते रहे। वहीं, वार्ड में पहले से भर्ती मरीजों की चिकित्सकों ने जांच जरुर की। उधर, उधर, कार्यवाहक पीएमओ डॉ.दिनेश अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल में आज 5 ऑपरेशन होने थे जो कैंसिंल हो गए।
 


वहीं, अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ (अरिसदा) के जिलाध्यक्ष डॉ. मनीष चौधरी ने बताया कि कोलकाता में इंटर्न पर हमले के आरोपी के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई व हिंसा के खिलाफ केन्द्रीय अधिनियम की मांग करते हुए आज सरकारी व निजी अस्पतालों के आउटडोर में चिकित्सक सेवाएं बंद रखी हैं। वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन(आईएमए) के भरतपुर सचिव डॉ.लोकेश जिंदल ने बताया कि कोलकाता की घटना के विरोध में 17 जून सुबह 6 बजे से 18 जून सुबह 6 बजे तक कार्य बहिष्कार रहेगा। इस दौरान आपाताकालीन सेवाओं के अलावा अन्य सेवाएं बंद रहेंगी। यदि कोई गम्भीर मरीज अस्पताल पहुंचेगा तो उसका आपातकालीन सेवा में उपचार किया जाएगा।

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