scriptपहले छोड़ा, जीतने पर वापस पकड़ ले गए भाजपा कार्यकर्ता | Young man freed from kidnappers, two men arrested | Patrika News

पहले छोड़ा, जीतने पर वापस पकड़ ले गए भाजपा कार्यकर्ता

locationभरतपुरPublished: Nov 19, 2019 11:59:33 pm

Submitted by:

rohit sharma

नगर निगम के वार्ड संख्या 25 से निर्दलीय प्रत्याशी भगवान सिंह को बाड़ेबंदी के तहत भाजपा परिणाम आने से पहले ही अपने साथ ले गई थी।

पहले छोड़ा, जीतने पर वापस पकड़ ले गए भाजपा कार्यकर्ता

पहले छोड़ा, जीतने पर वापस पकड़ ले गए भाजपा कार्यकर्ता

भरतपुर. नगर निगम के वार्ड संख्या 25 से निर्दलीय प्रत्याशी भगवान सिंह को बाड़ेबंदी के तहत भाजपा परिणाम आने से पहले ही अपने साथ ले गई थी। मंगलवार को परिणाम आने से पहले वह मथुरा स्थित एक होटल से निकल कर भरतपुर पहुंच गया। जीतने पर वह प्रमाण पत्र लेने एमएसजे कॉलेज गया हुआ था, इसकी सूचना पर भाजपा खैमे को मिलने पर वह मतगणना स्थल पर पहुंच गई और भगवान सिंह के बाहर आने पर उसे बाइक पर बैठा लिया और उसके बाद कार में बैठा कर ले गए। जबकि भगवान सिंह ने अपने मोहल्ले के लोगों को बुला लिया था लेकिन वह देखते ही रह गए।

नगर निगम और रूपवास नगर पालिका के घोषित हुए परिणाम में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। नगर निगम में भाजपा ने 22 सीट जीत कर सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर सामने आई हैं। वहीं, निगम में 22 सीटों पर ही निर्दलीय और कांग्रेस के 17 सीट और बसपा ने 3 सीट पर जीत हासिल की है। 65 के बोर्ड में कांग्रेस का एक प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध विजयी घोषित हो चुका है। उस लिहाज से कांग्रेस के पास कुल 18 पार्षद हैं। उधर, जिले के रूपवास कस्बे में पहली बार हुए नगर पालिका के चुनाव में निर्दलीय बाजी मारने में आगे रहे। यहां 25 के बोर्ड में 13 सीट निर्दलीय पर विजयी रहे जबकि भाजपा-कांग्रेस को 6-6 सीट ही मिल पाईं। नतीजे घोषित होने के साथ ही भरतपुर में नगर निगम में मेयर बनाने के लिए जोड़-तोड़ शुरू हो गई है।
कांग्रेस को 726 वोट अधिक मिले

शहरी सरकार बनाने में वोटरों का ट्रेंड इस बार भी बरकरार रहा है, लेकिन जानकर आश्चर्य होगा कि जहां कांग्रेस की ओर से भाजपा से 726 वोट अधिक पाने के बाद भी 64 में से मात्र 17 सीट आईहैं तो वहीं भाजपा कम वोट मिलने के बाद भी 22 सीटलाने में कामयाब रही। वार्ड 22 में पूर्व में ही कांग्रेस के प्रत्याशी चतरसिंह को निर्विरोध पार्षद चुना गया था। साथ ही दूसरा पहलू यह भी है कि शहरी जनता ने पिछले 25 साल से चले आ रहे ट्रेंड को बरकरार रखते हुए किसी एक दल पर भरोसी नहीं जताया। शहरी सरकार का मुखिया बनने के लिए ताला निर्दलियों के हाथ से ही खुलेगा। दोनों ही दल बाड़ेबंदी कर चुके हैं।
दिग्गजों ने डाला डेरा, तीनों मंत्री मेयर बनाने के प्रयास में जुटे


कांग्रेस हाइकमान की ओर से तीन दिन पूर्व ही नगर निगम में कांग्रेस का बोर्ड बनाने की जिम्मेदारी तीनों मंत्रियों को सौंपी गईथी। ऐसे में परिणाम आने के बाद से ही मंत्री विश्वेन्द्र सिंह, डॉ.सुभाष गर्ग व भजनलाल ने एक होटल में डेरा डाल दिया। जहां प्रत्याशियों को बुलाकर उनकी राय जानने के बाद बाड़ेबंदी के लिए रवाना कर दिया गया। इसके अलावा पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी भी भाजपा का बोर्ड बनाने की कोशिश में 23 पार्षदों को लेकर बैठक में जुटे रहे। भाजपा के पार्षदों को भी बाड़ेबंदी में पास ही राज्य के एक जिले में होटल में रखा गया है। देवनानी ने उनके खैमे में 34 से अधिक पार्षद होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि भाजपा निगम में अपना बोर्ड बनाएगी।
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