जमीनी स्थिति का पता लगाएंगे मंत्रिमंडल की मीटिंग के बाद यह जानकारी एक प्रवक्ता ने दी। बताया कि मंत्रिमंडल ने फ़ैसला किया कि मौजूदा लॉकडाउन खत्म होने से कुछ दिन पहले ज़मीनी स्थिति का पता लगाने के बाद अगला कदम उठाना चाहिए। लॉकडाउन में बिना ढील या ढील के साथ विस्तार करने का फ़ैसला जायज़ा मीटिंग के बाद लिया जायेगा।
4000 मंडियों में गेहूँ की खरीद
इसी दौरान मंत्रिमंडल ने खरीफ के मंडीकरण सीजन 2020 -21 के दौरान खासकर कोविड-19 के कठिन समय और लॉकडाउन के मौके गेहूँ की निर्विघ्न खरीद को यकीनी बनाने के लिए खाद्य और सिविल सप्लाईज़ विभाग को बधाई दी। मंत्रिमंडल ने राज्य की लगभग 4000 मंडियों में गेहूँ की खरीद के व्यापक कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए विशेष तौर पर खाद्य और सिविल सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशु की सराहना की, क्योंकि मंडियों में सभी की सुरक्षा के लिए सामाजिक दूरी समेत स्वास्थ्य सुरक्षा उपायों की सख्ती से पालना को यकीनी बनाया गया।
इसी दौरान मंत्रिमंडल ने खरीफ के मंडीकरण सीजन 2020 -21 के दौरान खासकर कोविड-19 के कठिन समय और लॉकडाउन के मौके गेहूँ की निर्विघ्न खरीद को यकीनी बनाने के लिए खाद्य और सिविल सप्लाईज़ विभाग को बधाई दी। मंत्रिमंडल ने राज्य की लगभग 4000 मंडियों में गेहूँ की खरीद के व्यापक कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए विशेष तौर पर खाद्य और सिविल सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशु की सराहना की, क्योंकि मंडियों में सभी की सुरक्षा के लिए सामाजिक दूरी समेत स्वास्थ्य सुरक्षा उपायों की सख्ती से पालना को यकीनी बनाया गया।
किसानों को 17.34 लाख पास जारी किए
इस कठिन समय में निर्विघ्न खरीद कामों की सराहना करते हुये कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि यह बहुत संतोष वाली बात है कि ख़ाद्य और सिविल सप्लाई विभाग और पंजाब मंडी बोर्ड ने डेढ़ महीने के रिकार्ड समय गेहूँ की खरीद के लिए पुख़्ता प्रबंधों करने के लिए दिन -रात एक किया। मंडियों में भीड़ -भाड़ को रोकने के लिए मंडी बोर्ड की तरफ से क्रमवार गेहूँ लाने के लिए किसानों को आढ़तियों के द्वारा 17.34 लाख पास जारी किये गए। 26 मई तक विभिन्न एजेंसियों की तरफ से 126.80 लाख मीट्रिक टन गेहूँ खऱीदी गई जिसमें से 123.64 लाख मीट्रिक टन गेहूँ मंडियों में से उठाई गई और किसानों को अब तक 21004.68 करोड़ रुपए की अदायगी भी कर दी गई है।
इस कठिन समय में निर्विघ्न खरीद कामों की सराहना करते हुये कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि यह बहुत संतोष वाली बात है कि ख़ाद्य और सिविल सप्लाई विभाग और पंजाब मंडी बोर्ड ने डेढ़ महीने के रिकार्ड समय गेहूँ की खरीद के लिए पुख़्ता प्रबंधों करने के लिए दिन -रात एक किया। मंडियों में भीड़ -भाड़ को रोकने के लिए मंडी बोर्ड की तरफ से क्रमवार गेहूँ लाने के लिए किसानों को आढ़तियों के द्वारा 17.34 लाख पास जारी किये गए। 26 मई तक विभिन्न एजेंसियों की तरफ से 126.80 लाख मीट्रिक टन गेहूँ खऱीदी गई जिसमें से 123.64 लाख मीट्रिक टन गेहूँ मंडियों में से उठाई गई और किसानों को अब तक 21004.68 करोड़ रुपए की अदायगी भी कर दी गई है।